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रामचरित मानस विवाद: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर FIR दर्ज करने के लिए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने DGP को लिखा पत्र

बिहार के नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में चंद्रशेखर ने रामचरित को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था. इसके बाद से लगातार उनकी आलोचना हो रही है. उनके इस बयान को बीजेपी ने धर्म के खिलाफ नफरत फैलाने वाला बताया था. वहीं अब कांग्रेस ने भी इस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है.

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कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम और बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रेशखर के रामचरित मानस पर विवादित बयान ने सियासी हवा को गरम कर दिया है. उनके इस बयान की हर तरफ आलोचना हो रही है. वहीं जेडीयू और आरजेडी ने भी उनके इस बयान से पल्ला झाड़ते हुए खुद को अलग कर लिया है. इस बीच अब कांग्रेन ने भी चंद्रशेखर पर निशाना साधते हुए पुलिस से केस दर्ज करने की मांग की है. दरअसल, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव पर एफआईआर दर्ज करने के लिए उत्र प्रदेश के डीजीपी को प्रार्थना पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने मंत्री पर रामचरित मानस पर विवादित बयान देकर धार्मिक भावनाओं को ठेंस पहुंचाने का आरोप लगाया है.

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इससे पहले JDU अध्यक्ष ललन सिंह ने इससे किनारा करते हुए कहा था कि शिक्षा मंत्री ने जो बयान दिया है, ये राष्ट्रीय जनता दल का मसला है. इस मामले में RJD को संज्ञान लेना चाहिए और राष्ट्रीय जनता दल ऐसा करने में सक्षम भी है. उन्होंने कहा कि जनता दल हर धर्म के लोगो का सम्मान करती है. वहीं, RJD नेता शिवानंद ने कहा कि अगर इस तरह की बात करेंगे कि रामायण सिर्फ घृणा फैलाता है तो मैं व्यक्तिगत रूप से उस राय के साथ नहीं हूं. उधर, जदयू एमएलसी नीरज कुमार और पार्टी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पटना में रामचरितमानस का पाठ किया.

बता दें कि बिहार के नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में चंद्रशेखर ने रामचरित को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था. इसके बाद से लगातार उनकी आलोचना हो रही है. उनके इस बयान को बीजेपी ने धर्म के खिलाफ नफरत फैलाने वाला बताया था. वहीं अब कांग्रेस ने भी इस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है.

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मुजफ्फरनपुर और किशनगंज में दर्ज हो चुकी FIR

रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर मुजफ्फरपुर और किशनगंज जिले में हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में दो मामले दर्ज किए गए हैं. मुजफ्फरपुर से एडवोकेट सुधीर ओझा ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ केस दर्ज कराया है, जबकि बजरंग दल के गणेश झा, जिला बार एसोसिएशन के प्रमोद कुमार व अधिवक्ता अजीत कुमार ने किशनगंज में दूसरा मामला दर्ज कराया है.

क्या था शिक्षा मंत्री का बयान 

बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा था, 'मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं. रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं. यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं. एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोवलकर का बंच ऑफ थॉट, ये सभी देश को, समाज को नफरत में बांटते हैं. नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी. देश को महान केवल मोहब्बत ही बनाएगी.'

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