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पासवान के जन्मदिन के बहाने एनडीए ने दिखाई ताकत, लालू-नीतीश को जवाब देने की कोशिश

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के जन्मदिन पर रविवार को एनडीए की एकता दिखाने की भरपूर कोशिश की गई. पटना में एलजेपी के ऑफिस में रामविलास पासवान ने अपने 69वें जन्मदिन का केक काटा. जन्मदिन में शामिल होने के लिए खासतौर पर जीतनराम मांझी को भी बुलाया गया था.

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केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (फाइल)
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (फाइल)

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के जन्मदिन पर रविवार को एनडीए की एकता दिखाने की भरपूर कोशिश की गई. पटना में एलजेपी के ऑफिस में रामविलास पासवान ने अपने 69वें जन्मदिन का केक काटा. जन्मदिन में शामिल होने के लिए खासतौर पर जीतनराम मांझी को भी बुलाया गया था. पासवान ने एनडीए के तमाम बड़े नेताओं के साथ 69 पाउंड का केक काटा.

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पासवान के इस जन्मदिन को एनडीए ने अपनी एकता दिखाने के लिए जमकर इस्तेमाल भी किया. रामविलास पासवान को पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके जन्मदिन की बधाई दी और बाद में फोन भी किया. उत्साहित पासवान ने गाजे-बाजे के बीच जश्न मनाया. जन्मदिन के इस आयोजन से साफ था कि जन्मदिन भले ही रामविलास पासवान का हो लेकिन केक तो एनडीए का था.

दूर हुए गिले शिकवे, दिखा एकता का चेहरा...
पासवान ने चट्टानी एकता का ऐलान करते हुए लालू को अपने बेटे की लॉन्च‍िंग के लिए भी आड़े हाथों लिया, वहीं जीतनराम मांझी एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर चुके थे लेकिन वो एनडीए के दूसरे कार्यक्रमों से दूर ही थे. हाल में पासवान ने मांझी के कई उम्मीदवारों के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारने का ऐलान भी किया था लेकिन अब सभी गिले-शिकवे दूर हो गए और एनडीए की एकता का चेहरा दिखा.

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पासवान ने चुनावी मौसम में अपने जन्मदिन को पूरी तरह से सियासी जन्मदिन में तब्दील कर दिया. उनकी कोशिश लालू-नीतीश के सामने न सिर्फ पिछड़े और दलित चेहरे को खड़ा करने की थी बल्कि पिछड़े चेहरे के जबाब में दलित चेहरों को आगे करने की. पासवान ने इसका पूरा इस्तेमाल किया और जन्मदिन को भी चुनावी रणनीति का हिस्सा बना डाला.

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