बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में बाढ़ (Bihar flood) की तबाही मचाने वाली नदियों के जलस्तर में भले ही कमी आ रही है. मगर बाढ़ के कारण अब भी हजारों की आबादी प्रभावित है. पश्चिम चंपारण में अब भी ऐसे सैकड़ों गांव हैं, जो बाढ़ के कारण पूरी तरह से अभी भी जलमग्न हैं और गांव टापू बना हुआ है.
ऐसे ही एक बाढ़ प्रभावित गांव के हालात को जानने के लिए आजतक की टीम सोमवार को पश्चिम चंपारण के मझौलिया प्रखंड के इस्लामाबाद गांव पहुंची.
मौके पर पहुंचने के बाद पाया गया कि इस्लामाबाद गांव अभी भी चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है. गांव में आने जाने के लिए लोगों को कमर भर पानी में चलकर जाना पड़ता है और अभी तक इस गांव में नाव की भी व्यवस्था नहीं की गई है ताकि लोगों को कुछ राहत मिल पाए.
गांव के लोगों ने बताया कि पिछले 2 हफ्ते से बाढ़ का पानी इनके गांव के चारों तरफ फैला हुआ है जिसकी वजह से उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. गांव वालों की नाराजगी इस बात को भी लेकर थी कि प्रशासन का कोई भी व्यक्ति उनकी मदद के लिए अब तक नहीं पहुंचा.
हरपुर गड़वा पंचायत के मुखिया असगर अली ने कहा, ''पिछले कई दिनों से गांव में बाढ़ का पानी भरा हुआ है मगर प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है. हम लोग खुद नाव की व्यवस्था कर रहे हैं और जल्दी ही यहां पर नाव पहुंचा दी जाएगी.''