राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भले यह मान लिया हो कि उनके परिवार वालों के पास पटना के सगुना मोड़ इलाके में 2 एकड़ की जमीन है. साथ ही इस जमीन पर जो मॉल बन रहा है उसमें 50% की हिस्सेदारी भी है, लेकिन लालू ने इसका खुलासा नहीं किया है कि आखिर यह जमीन और मॉल जिसकी कीमत बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी करीब 500 करोड़ बता रहे हैं, वह आई कहां से है?
सुशील मोदी की माने तो यह 500 करोड़ काला धन था जिसे लालू ने जमीन और मॉल के रास्ते सफेद कर लिया है. हालांकि, सुशील मोदी इस घोटाले को आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो तक ले जाने की बात कह रहे हैं लेकिन लालू प्रसाद इन सबसे बेफिक्र हैं.
सुशील कुमार मोदी को आड़े हाथों लेते हुए सोमवार को लालू ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर जिसे जहां जाना है वह जाए, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने आगे कहा कि दो और दो चार होते हैं लेकिन सुशील मोदी को दो और दो हमेशा पांच नजर आते हैं.
गौरतलब है कि सुशील मोदी ने इस बात को लेकर सवाल उठाया है कि आखिर लालू प्रसाद जो खुद को एक चपरासी का बेटा बताते हैं उनके पास 500 करोड़ रुपए की संपत्ति कैसे आ गई.
नीतीश टाल गए सवाल
इस मुद्दे को लेकर पिछले 6 दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी चुप्पी साध रखी है. सोमवार को जब पत्रकारों ने महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार से इस घोटाले को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सवाल को टालते हुए कहा की पत्रकारों को आज के दिन महात्मा गांधी के विचारों पर केंद्रित रहना चाहिए.