जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट जारी करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रासद यादव ने आर पार की जंग का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे को लेकर पटना में 26 जुलाई को वह उपवास रखेंगे. साथ ही 27 जुलाई को बिहार बंद की चेतावनी भी दी है.
लालू प्रसाद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और नाटकीय अंदाज में अपने ही घर में काम कर रहे मजदूरों को मीडिया के सामने खड़ा किया. फिर उन्होंने उनकी जाति पूछी और मांग की कि इन लोगों के लिए सरकार जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी करे.
नहीं बनी बात, तो 28 जुलाई से अनिश्चितकालीन बिहार ठप
आरजेडी अध्यक्ष ने यह भी कहा है कि अगर उनके उपवास और एक दिन के बिहार बंद के बाद भी जनगणना रिपोर्ट जारी नहीं हुई तो 28 जुलाई से अनिश्चितकाल के
लिए बिहार ठप कर दिया जाएगा. हालांकि इस दौरान एम्बुलेंस और जरूरी सेवा बंद से मुक्त रहेंगे.
21 जुलाई को मुद्दे पर अहम बैठक
रिपोर्ट जारी करने की मांग को लेकर 21 जुलाई को पार्टी सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायक और पूर्व विधायकों की अहम बैठक होगी. इस मीटिंग में मुद्दे को लेकर सरकार
को घेरने की रणनीति पर चर्चा होगी. गौरतलब है कि इसी दिन संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है.
90 फीसदी लोगों पर 10 फीसदी राज कर रहे हैं: लालू प्रसाद
लालू प्रसाद यादव ने मांग की है कि सरकार जातिगत जनगणना जारी करे और आबादी के हिसाब से संसाधनों का बंटवारा हो. उन्होंने कहा, 'गांव में हर तीसरा आदमी
भूमिहीन है. ये सभी दलित और पिछड़ी जाती के हैं.' उन्होंने कहा, '90 फीसदी लोगों पर 10 फीसदी राज कर रहे हैं.'
जनगणना के आंकड़ो को मोदी, अमित शाह ने दबाया: लालू प्रसाद
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने आरोप लगाया है कि बीजेपी जनगणना के आंकड़ों से डर गई है. उन्होंने कहा, 'जनगणना के आंकड़ों को मोदी और अमित शाह ने दबाया
है. पिछड़ी जाति के होने का दावा करने वाले पीएम मोदी बताएं कि किसके इशारे पर रिपोर्ट दबाई गई है?'