बिहार की महागठबंधन सरकार के दो मुख्य सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड के बीच मंगलवार को एक बार फिर से अंतर्कलह देखने को नजर आया, जब आरजेडी के कुछ विधायकों ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की मांग छेड़ दी. आरजेडी के विधायक सुरेंद्र यादव, रामानुज और आरजेडी कोटा से मंत्री चंद्रशेखर ने तेजस्वी के समर्थन में आवाज उठाई.
आरजेडी विधायक सुरेंद्र यादव ने कहा कि जिस तरीके से उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव अच्छे तरीके से सरकार चला रहे हैं उसी प्रकार बिहार में तेजस्वी यादव भी सरकार चला सकते हैं. सुरेंद्र यादव ने कहा कि वक्त आ चुका है कि तेजस्वी को अब मुख्यमंत्री बनाया जाए.
लेकिन आग में जिसने घी का काम किया वह था आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का बयान. हाजीपुर में लालू यादव ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव भी भविष्य के मुख्यमंत्री हैं क्योंकि वह खुद और समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव अब बूढ़े हो चुके हैं. हालांकि लालू ने फिलहाल यह साफ कर दिया कि इस वक्त बिहार में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए वैकेंसी नहीं है, क्योंकि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री है और सरकार चला रहे हैं.
शाम होने तक जनता दल यूनाइटेड की तरफ से भी उन आरजेडी विधायकों को जवाब दिया गया, जो तेजस्वी के मुख्यमंत्री बनने की बात उठा रहे हैं. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा की बिहार चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता मान लिया था, ऐसे में बिहार में मुख्यमंत्री के लिए वैकेंसी नहीं है. हालांकि तेजस्वी पर चुटकी लेते हुए नीरज ने कहा कि तेजस्वी में जरूर कुछ गुण होगा जिसकी वजह से कई साल से विधायक रहे सुरेंद्र यादव ने भी उन्हें अपना नेता मान लिया है.