आरजेडी ने दोषी सांसदों की सदस्यता तत्काल समाप्त करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले खिलाफ सरकार के अध्यादेश की कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा आलोचना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार और पार्टी में कोई तालमेल नजर नहीं आता.
लालू प्रसाद की पार्टी ने इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि अध्यादेश आरजेडी अध्यक्ष की मदद के लिए लाया गया था जिनके खिलाफ अगले सप्ताह सीबीआई का फैसला आना है.
बिहार विधानसभा में आरजेडी विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दकी ने कहा, ‘पूरी यूपीए सरकार राहुल गांधी के सामने बौनी नजर आती है. ऐसा लगता है कि सरकार और कांग्रेस के बीच कोई तालमेल नहीं है.’
विधायक सिद्दकी ने कहा, ‘किसी चुनी हुई सरकार को कोई कानून बनाने या विधेयक बनाने का पूरा अधिकार है. यह हैरानी की बात है कि राहुल गांधी ने अपनी पार्टी की सरकार की इस तरह खिंचाई की.’ सिद्दकी आरजेडी की ओर से राहुल के बयान पर प्रतिक्रिया देने वाले पहले नेता हैं. आरजेडी बाहर से यूपीए सरकार को समर्थन दे रही है. लालू प्रसाद ने इस मामले में मीडिया से बात नहीं की. सिद्दकी ने कहा कि अध्यादेश पर विभिन्न दलों की बातचीत हुई होगी.
उन्होंने कहा, ‘इस दौरान राहुल गांधी कहां थे या क्या उन्हें इन सबके बारे में पता नहीं था.’ सिद्दकी ने कहा कि अध्यादेश लालू प्रसाद को बचाने के लिए नहीं बनाया गया. यह संयोग है कि अध्यादेश ऐसे समय में मंजूर किया गया जब लालू के मामले पर फैसला होना है.
उन्होंने कहा, ‘केवल लालू नहीं बल्कि इस अध्यादेश से भाजपा, कांग्रेस, द्रमुक और अन्य दलों के कई सांसदों को फायदा होता.’