'सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं...' कुछ इसी अंदाज में दिख रहे हैं आरजेडी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह. अपने बगावती तेवर के लिए मशहूर सिंह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. महागठबंधन की सरकार में शामिल होने के बाबजूद रघुवंश प्रसाद सिंह ने नए उत्पाद अधिनियम को लेकर सीएम पर निशाना साधा है.
आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि व्हिप के कारण नया उत्पाद अधिनियम विधानसभा में पारित हो गया, जबकि जेडीयू के ही कई विधायक इस नियम के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी कानून बनाया है, इसलिए बार-बार शराबबंदी को लेकर सफाई दे रहे हैं. नीतीश ने पहले बिहार में शराब की बिक्री को गति दी. जगह-जगह शराब की दुकानें खुलवाई गयीं और अब शराबबंदी का अभियान चला रहे हैं.'
'शराबबंदी पर नीतीश के तर्कों में दम नहीं'
उन्होंने नीतीश पर जुबानी प्रहार करते हुए कहा, 'जब शराब की बिक्री बिहार में धड़ल्ले से हो रही थी, तब मुख्यमंत्री का दलील था कि शराब की ज्यादा बिक्री से राजस्व का इजाफा हो रहा है. अब शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार द्वारा दिए जा रहे तर्क में कोई दम नहीं है.'
'शराबबंदी के लिए जनमत संग्रह की जरूरत'
सिंह ने बिहार सरकार द्वारा पारित नए उत्पाद अधिनियम की आलोचना करते हुए कहा, 'शराबबंदी के लिए कठोर कानून बनाए जाने की जगह जनमत संग्रह कराने की जरूरत है.' उन्होंने शराबबंदी को लेकर बने नए उत्पाद अधिनियम के तहत ग्यारह थानेदारों के निलंबन को भी गलत करार दिया. आरजेडी नेता ने कहा, 'निलंबन की कार्रवाई करने से पहले सरकार को पुलिस एसोसिएशन को विश्वास में लेना चाहिए था.'
'ऐसे तो खो देंगे जनता का भरोसा'
रघुवंश प्रसाद सिंह ने सरकार द्वारा गांव पर किए जा रहे सामूहिक जुर्माना की कार्रवाई को भी गलत ठहराया. उन्होंने इसे वापस लेने की भी मांग की. सिंह ने कहा कि जिस तरह के प्रावधान नए उत्पाद अधिनियम में किए गए हैं, उस तरह के कानून से जनता का भरोसा सरकार पर से उठ जाएगा. राज्य में नए उत्पाद अधिनियम का विरोध होना भी शुरू हो गया है. सिंह ने कहा कि अगर सरकार नए उत्पाद अधिनियमों की समीक्षा नहीं करती है, तो वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखेंगे.
जेडीयू ने सिंह के बयान को बताया अप्रासंगिक
गौरतलब है कि बिहार में नए उत्पाद अधिनियम को लेकर महागठबंधन के घटक दलों में ही टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह नए उत्पाद अधिनियम का खुलकर विरोध कर रहे हैं, वहीं जेडीयू उनके विचार को कोई अहमियत ही देने को तैयार नहीं दिख रही. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने सिंह के बयान को अप्रासंगिक करार दिया.
राजीव रंजन ने कहा, 'उत्पाद अधिनियम के पक्ष में आरजेडी के विधायकों ने भी विधानसभा में पक्ष में वोट किया था. ऐसे में रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान की कोई प्रासंगिकता ही नहीं है. शराबबंदी का निर्णय जनादेश की भावनाओं का सम्मान है. इस पर जनमत संग्रह की आवश्यकता ही नहीं है.'