आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले 5, देशरत्न मार्ग को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. पिछले हफ्ते तेजस्वी ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने सरकारी आवास 1, अणे मार्ग पर सीसीटीवी लगवाकर उनके बंगले की जासूसी करवा रहे हैं. बंगला बचानेके लिए वह कोर्ट भी गए लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली.
दरअसल, डेढ़ साल पहले आरजेडी के हाथों से सत्ता जाने के बाद बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी यादव को उप मुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित बंगला खाली करने को कहा. सरकार ने तेजस्वी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में 1, पोलो रोड का बंगला आवंटित किया जिसमें फिलहाल उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी रहते हैं.
भवन निर्माण विभाग ने तेजस्वी का बंगला, सुशील मोदी को उपमुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित कर दिया लेकिन पिछले डेढ़ साल से तेजस्वी यादव ने अपना बंगला खाली नहीं किया है और इसे बचाने के लिए पटना हाई कोर्ट तक चले गए.
हालांकि, न्यायालय में बिहार सरकार की जीत हुई औरतेजस्वी यादव को अपना बंगला तुरंत खाली करने का फरमान कोर्ट ने सुना दिया. पटना उच्च न्यायालय के द्वारा भी तेजस्वी यादव को बंगला खाली करने का फरमान जारी किए हुए तकरीबन 2 महीने का वक्त बीत चुका है लेकिन अब तक उन्होंने इसे खाली नहीं किया है.