राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने जम्मू-कश्मीर के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया दी है. तेजस्वी यादव ने पूछा है कि भारत के लोगों को ये जानने का हक है कि जम्मू-कश्मीर के तीन भूतपूर्व मुख्यमंत्री इस वक्त कहां हैं. बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से पहले 4 अगस्त की देर रात को सरकार ने जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर दिया था.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर के नेताओं को बंद करने पर सवाल उठाया है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, "सच्चे लोकतंत्र का जश्न तभी मनाया जाता है जब लोगों को बिना वजह अपनी ही सरकार द्वारा बंद नहीं कर दिया जाता है. भारत के लोगों को ये जानने का पूरा हक है कि जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्री कहां हैं." दीगर है कि सुरक्षा कारणों से केंद्र सरकार ने महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला को नजरबंद कर रखा है.
स्टालिन ने भी उठाई आवाजA true democracy is celebrated when people are not closed without reason by their own government. People of india have every right to know the whereabout of three former Chief ministers of Jammu & Kashmir.
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 13, 2019
डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने भी जम्मू-कश्मीर की गिरफ्तारियों पर आपत्ति जताई है. स्टालिन ने कहा है कि राजनीतिक नेताओं के परिवार वालों को हिरासत में लेना अस्वीकार्य है. स्लाटिन ने ट्वीट किया, "राजनीतिक नेताओं के परिवारवालों की गिरफ्तारी अस्वीकार्य और अविवेकपूर्ण है. मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि राजनीतिक नेताओं के परिवारवालों को तुरंत रिहा किया जाए और उनके खिलाफ कोई भी दंडात्मक कार्रवाई न की जाए."
इस बीच जम्मू-कश्मीर में जिंदगी अब पटरी पर लौट रही है. राज्य प्रशासन प्रतिबंधों में धीरे-धीरे छूट दे रही है. पिछले शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने लोगों को मस्जिदों में नमाज की इजाजत दी थी. सोमवार के बकरीद मनाने के लिए भी लोगों को खरीदारी का मौका दिया गया था. जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करने के सरकार के कदम के बाद 5 अगस्त से जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में प्रतिबंध लगा हुआ है.