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'विपक्षी सांसद राहुल गांधी के समर्थन में सामूहिक इस्तीफा दें', RJD विधायक ने उठाई मांग

आरजेडी विधायक भाई बीरेंद्र ने अपील की है कि विपक्षी सांसद राहुल गांधी के समर्थन में सामूहिक इस्तीफा दें. साथ ही कहा कि नीतीश कुमार को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई का नेतृत्व करना चाहिए.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी (फाइल फोटो)
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (फाइल फोटो)

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के MLA भाई बीरेंद्र ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के समर्थन में गैर-भाजपा दलों के सांसदों से इस्तीफा देने की अपील की है, उन्होंने कहा कि मैंने विपक्ष के सभी सांसदों से इस्तीफा देने और सड़क पर सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सांसदों को लोकतंत्र को बचाने के लिए यह कदम उठाने की जरूरत है.

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आरजेडी MLA ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में विपक्ष का नेतृत्व करने का भी आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि मैंने सभी विपक्षी नेताओं से अपील की है कि वह भाजपा से लड़ने के लिए एक साथ आएं. साथ ही कहा कि नीतीश कुमार को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई का नेतृत्व करना चाहिए.

दिलचस्प बात ये है कि सीएम नीतीश कुमार राहुल गांधी विवाद पर अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं, जिसे लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर नीतीश कुमार के मन में चल क्या रहा है?

विधायक भाई बीरेंद्र आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता हैं, उन्होंने डिप्टी सीएम तेजस्वी को लेकर कहा कि जांच एजेंसियों के माध्यम से उन्हें भाजपा द्वारा निशाना बनाया जा रहा है.

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वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता संभव नहीं है, क्योंकि सभी क्षेत्रीय क्षत्रपों की अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा है और वे कभी साथ नहीं आएंगे. गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 में अधिक प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटेंगे.

राहुल गांधी के समर्थन में क्यों अपील की?


सूरत कोर्ट ने मानहानि मामले में राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी. इस फैसले के बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता को रद्द कर दिया है. जनप्रतिनिधि कानून के मुताबिक, अगर सांसदों और विधायकों को किसी भी मामले में 2 साल या उससे ज्यादा की सजा होती है तो उनकी सदस्यता (संसद और विधानसभा से) रद्द हो जाती है.

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