रेलवे टेंडर घोटाले में सीबीआई द्वारा बार-बार समन जारी किए जाने के बावजूद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए, लेकिन आखिरकार लालू प्रसाद 5 अक्टूबर को और तेजस्वी 6 अक्टूबर को सीबीआई के सामने पेश होने के लिए तैयार हो गए हैं.
राबड़ी देवी ने बुलाई बैठक
ऐसे में सीबीआई के सामने लालू की पेशी से एक दिन पहले पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने सरकारी आवास 10, सर्कुलर रोड पर पार्टी विधान मंडल की बैठक बुलाई जिसमें पार्टी के कई विधायकों, विधान पार्षदों समेत जिला अध्यक्षों को बुलाया गया था. सूत्रों के मुताबिक, विधान मंडल की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि पार्टी किस तरीके से संकट के दौर से गुजर रही है और ऐसे में भविष्य को लेकर पार्टी की रणनीति क्या हो?
जानकार सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस बात को लेकर भी चर्चा हुई कि अगर रेलवे टेंडर घोटाले में सीबीआई की पूछताछ के बाद लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को गिरफ्तार कर लिया जाता है तो पार्टी इसका कैसा मुकाबला करेगी?
पार्टी में है चट्टानी एकता!
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरजेडी के मनेर से विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि सीबीआई भले ही लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से रेलवे टेंडर घोटाले में पूछताछ कर ले, मगर लालू प्रसाद यादव सीबीआई से डरने वाले नहीं हैं. भाई वीरेंद्र ने कहा कि पार्टी भले ही मुश्किल के दौर से गुजर रही है मगर ऐसे वक्त में भी पार्टी में चट्टानी एकता है और पार्टी के सभी नेता एकजुट है.
भाजपा और जेडीयू पर निशाना साधते हुए भाई वीरेंद्र ने कहा कि इन दोनों दलों के नेताओं को लालू फोबिया हो गया है और वह लोग आरजेडी और महागठबंधन से डर गए हैं.
वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने लालू प्रसाद यादव पर हमला बोलते हुए कहा है कि लालू ने जिस तरीके से पिछले 25 सालों में बिहार को लूटा है, उन्हें उसी की सजा आज मिल रही है. बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि लालू जानते हैं कि उन्होंने घोटाले किए हैं, इसी वजह से वह सीबीआई के सामने लगातार पेश होने से बच रहे हैं. नित्यानंद राय ने कहा कि लालू जितना भी प्रयास कर ले वह कानून से बचने वाले नहीं है.