जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में रविवार को हुए आतंकवादी हमले में मारे गए बिहार के दो मजदूरों के मुद्दे को लेकर आरजेडी (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर निशाना साधा है.
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू कश्मीर में गैर कश्मीरियों पर हुए आतंकवादी हमले में अब तक चार बिहार वासियों की जो हत्या हुई है उसके लिए नीतीश कुमार और उनकी सरकार जिम्मेदार है.
तेजस्वी ने बिहार सरकार से मांग की कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू और कश्मीर में हुए विभिन्न आतंकवादी हमलों में जो चार बिहार निवासी मारे गए हैं, उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा दिया जाए.
तेजस्वी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार के 16 साल के शासनकाल के दौरान बिहार में रोजगार सृजन हुआ होता तो हर साल लाखों की संख्या में बिहार के लोग दूसरे राज्यों में काम की तलाश में नहीं जाते. उन्होंने कहा. 'नीतीश सरकार की नाकामी के कारण ये सभी लोग आतंकवाद की भेंट चढ़े. पिछले 16 वर्षों में बिहार से पलायन हो रहा है. लोग रोजी-रोटी के चक्कर में दूसरे प्रदेश जा रहे हैं. सरकार को पलायन नहीं रोक पाने के लिए माफी मांगनी चाहिए.'
कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा आज फिर बिहार के दो श्रमवीरों को मौत के घाट उतारने की दुखद खबर सुन मर्माहत हूँ।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 17, 2021
यह डबल इंजन सरकार की इंटेलिजेंस व सिक्योरिटी फ़ेल्योर है। नीतीश जी की गलत नीतियों की वजह से रोज़ी-रोटी के लिए पलायन करने वाले श्रमिकों को अब जान से हाथ धोना पड़ रहा है।
नीतीश पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी तो जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने इस फैसले का समर्थन किया था. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि इस बात की संभावना है कि नीतीश कुमार ने जम्मू और कश्मीर को लेकर जो दावे किए थे, उनके प्रभाव में आकर ही बिहार के मजदूर जम्मू और कश्मीर में रोजगार तलाशने गए हों.
गौरतलब है, रविवार को अनंतनाग में हुई आतंकवादी घटना में राजा ऋषि देव और योगेंद्र ऋषि देव नाम के दो बिहार के युवकों की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इससे पहले शनिवार को श्रीनगर में ही आतंकवादियों ने बांका के रहने वाले अरविंद कुमार की भी गोली मारकर हत्या कर दी थी. कुछ दिन पहले श्रीनगर में ही भागलपुर के रहने वाले वीरेंद्र पासवान की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.