सावन के तीसरे सोमवार के दिन भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की कतार लगी हुई है. इस दौरान मंदिर परिसर को आकर्षक रूप दिया गया है. झारखंड के वैद्यनाथ धाम और वासुकीनाथ धाम मंदिर परिसर बोलबम के नारे से गूंज रहे हैं.
सुल्तानगंज से उतरवाहिनी गंगा का पवित्र जल भर कर कांवड़िए 105 किलोमीटर पैदल लंबी यात्रा कर वैद्यनाथ धाम में कामना लिंग का जलाभिषेक करते हैं. तड़के तीन बजे की विशेष पूजा के बाद से ही यहां भक्तों द्वारा जलाभिषेक करने का सिलसिला जारी है.
वैद्यनाथ धाम से कांवड़ियों की करीब आठ किलोमीटर लंबी कतार लगी हुई है. मान्यता है कि कामना लिंग पर सावन के सोमवार को जलाभिषेक से भगवान शिव सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं. इस दौरान मंदिर की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. यहां सोमवार को एक लाख से ज्यादा कांवड़ियों द्वारा बाबा वैद्यनाथ के जलार्पण करने की संभावना है.
एक जानकार के मुताबिक, सावन के इस तीसरे सोमवार पर खास संयोग बना है. सावन षष्ठी और सोमवार के संयोग से सिद्घियोग बना है. इस सोमवार पूजा करने से श्रद्घालुओं के सभी मनोरथ पूर्ण होंगे.
बिहार की राजधानी पटना के बैकुंठपुर मंदिर, गायघाट के गौरीशंकर मंदिर, पटना सिटी के तिलेश्वर महादेव मंदिर, अलखिया बाबा मंदिर सहित झारखंड की राजधानी रांची के पहाड़ी मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है.
इसके अलावा बिहार के मुजफरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर, मोतिहारी के सोमेश्वर मंदिर, रोहतास के गुप्ताधाम मंदिर, सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर सहित सभी शिवालयों में सुबह से ही भीड़ उमड़ रही है.