scorecardresearch
 

1984 हिंसा पर कांग्रेस की निंदा करने वाली BJP बताए दिल्ली हिंसा का जिम्मेदार कौन: शिवसेना

ट्रम्प के दौरे को लेकर शिवसेना ने लिखा कि मोदी और ट्रम्प ने कम-से-कम 25 बार एक-दूसरे को गले लगाया. दौरे के दूसरे दिन जो विविध अनुबंध किए गए उसमें 3 अरब डॉलर के हथियार हमारे गले में पड़ गए.

Advertisement
X
दिल्ली हिंसा को लेकर शिवसेना का बीजेपी पर हमला (फाइल फोटो)
दिल्ली हिंसा को लेकर शिवसेना का बीजेपी पर हमला (फाइल फोटो)

Advertisement

  • ट्रम्प के दौरे के वक्त हुई दिल्ली में हिंसा
  • कानून-व्यवस्था बनाए रखने में केंद्र नाकाम

शिवसेना ने दिल्ली में हिंसा पर काबू पाने में नाकाम रहने के लिए केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में शिवसेना ने लिखा है कि “जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दिल्ली के दौरे पर थे तब देश की राजधानी के कुछ हिस्सों में हिंसक घटनाएं हो रही थीं. जब ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी वार्ता कर रहे थे, उस वक्त दिल्ली जल रही थी.”

सामना में आगे लिखा गया है, “कुछ भी कारण रहे हों लेकिन केंद्र सरकार राजधानी में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रही है. 1984 में सिखों के खिलाफ हुई हिंसा के लिए बीजेपी अभी तक कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराती है. दिल्ली की मौजूदा तस्वीरें डराने वाली हैं. इसके लिए कौन ज़िम्मेदार हैं? “ शिवसेना यहीं नहीं रुकी, उसने बीजेपी पर ‘सामना’ में आगे प्रहार करते हुए कहा, “प्रदर्शन शांतिपूर्ण चल रहे थे. कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि बीजेपी नेताओं की धमकियों और चेतावनियों की वजह से उकसावा हुआ. बीजेपी दिल्ली चुनाव में हारी और अब हम ये स्थिति देख रहे हैं.”

Advertisement

ये भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा: 5 अस्पतालों में घायलों का इलाज, पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

शिवसेना ने सवाल किया कि “सब उपकरणों और ताकत के बावजूद दिल्ली में हिंसा क्यों नहीं रोकी जा सकी? जिस हिम्मत से कश्मीर में से धारा 370, 35-ए  हटाए गए उसी हिम्मत को दिल्ली की हिंसा पर काबू पाने के लिए दिखाया जाना चाहिए था.” सामना में शिवसेना ने लिखा, “और अहम है कि कुछ ऐसी रिपोर्ट सामने आई हैं जिनके मुताबिक सैनिकों जैसी वर्दी में कुछ लोगों को जाफराबाद जैसे हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में देखा गया. हालांकि सेना का कहना है कि कोई टीम दिल्ली नहीं भेजी गई. फिर कौन थे ये लोग जो वर्दी में हिंसा प्रभावित इलाकों में घूम रहे थे. शाहीन बाग में भी एक महिला बुर्का पहन कर घुस गई थी. अहमदाबाद में नमस्ते और दिल्ली में आग. दिल्ली की ऐसी डरावनी तस्वीरें पहले नहीं देखी.”

ट्रम्प के दौरे को लेकर शिवसेना ने लिखा, “मोदी और ट्रम्प ने कम-से-कम 25 बार एक-दूसरे को गले लगाया.  दौरे के दूसरे दिन जो विविध अनुबंध किए गए उसमें 3 अरब डॉलर के हथियार हमारे गले में पड़ गए.”

ये भी पढ़ें: दिल्ली हिंसा: केजरीवाल ने की सेना की मांग, गृह मंत्रालय बोला- फिलहाल कोई जरूरत नहीं

Advertisement
Advertisement