कोरोना संकट के बीच बिहार के सासाराम में दो गुटों के बीच बिजली का खंभा (इलेक्ट्रिक पोल) लगाने को लेकर हिंसक झड़प हो गई, जिसमें 2 लोग घायल हो गए. इस हिंसक झड़प के दौरान 25 राउंड गोली चली. क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. फिलहाल 7 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
घटना बिहार के सासाराम जिले के कोचस इलाके की है, जहां रविवार सुबह बिजली का खंभा लगाने को लेकर दो गुटों में पहले विवाद हुआ फिर यह हिंसक झड़प में बदल गया. पोल लगाने को लेकर हुए विवाद में गोलीबारी हुई जिसमें 2 लोग घायल हो गए.
सासाराम जिले में बैराडीह टोला और मैनपुरा के ग्रामीणों ने बिजली के खंभे लगाने के बाद एक दूसरे पर गोलियां चला दीं. कुल मिलाकर 25 राउंड फायर किए गए, जिसमें 2 लोगों (अनिल चौहान और सुनील चौधरी) को गोली के छर्रे लग गए. दोनों घायलों को इलाज के लिए कोचस के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया है.
3 महीने से जारी है तनाव
जानकारी के अनुसार, बिजली का खंभा लगाने को लेकर पिछले 3 महीनों से दोनों गांवों में तनाव चल रहा था. रविवार को इन 2 गांवों के बीच तनाव बढ़ गया, जिससे वहां क्रॉस फायरिंग हुई. इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने कोचस गोल चक्कर के पास विरोध प्रदर्शन किया और टायर जलाए.
पुलिस ने इस घटना में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है और घटना में प्रयुक्त एक लाइसेंसी हथियार भी जब्त कर लिया है.
हिंसक स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंची पुलिस को भी भीड़ के उपद्रव का सामना करना पड़ा क्योंकि उन पर हमला करने के लिए पत्थर जमा किए गए थे. पथराव में एक पुलिस कर्मी को मामूली चोट आई है.
बुलानी पड़ी 4 थानों की पुलिस
स्थानीय पुलिस जब नियंत्रण करने में विफल रही, तो स्थिति को वापस सामान्य करने के लिए 4 अन्य पुलिस थानों से फोर्स बुलाई गई.
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सब डिविजनल अधिकारी राज कुमार गुप्ता ने कहा कि बिजली के खंभे लगाने को लेकर दो गांवों के बीच विवाद चल रहा था. स्थानीय प्रशासन ने मध्यस्थता करने की कोशिश भी की थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. दोनों गांवों की ओर से क्रॉस फायरिंग की गई, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं. हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं.
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फायरिंग के बाद क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, हालांकि, स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस अंतिम रिपोर्ट आने तक क्षेत्र में डेरा डाले हुए थे.