देश के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की मुख्य परीक्षा 2013 में बिहार के भोजपुर जिले के 13 साल के सत्यम ने 292 अंक हासिल कर देश में अपनी प्रतिभा का परचम एक बार फिर लहराया है.
भोजपुर जिले के बखोरापुर गांव के साधारण किसान सिद्घनाथ सिंह के पुत्र सत्यम इस परीक्षा में सफलता पाने वाले सबसे कम उम्र में अभ्यर्थी हैं. सत्यम के पिता खेती करते हैं, जबकि मां प्रमिला देवी गृहिणी हैं.
बेटे की सफलता से खुश सिंह ने कहा कि सत्यम बचपन से ही कुशाग्र बुद्घि का है. सत्यम राजस्थान के कोटा में अपने चाचा के साथ रहकर पढ़ाई कर रहा है. पिता ने बताया कि सत्यम कोटा के ही मॉडर्न उच्च विद्यालय से 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की थी.
ईश्वर पर विश्वास रखने वाले सिद्घनाथ कहते हैं कि भागवान की कृपा से ही यह खुशी का मौका मिला है. गौरतलब है कि पिछले साल भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा में सत्यम ने 8137 वां रैंक प्राप्त किया था.
अच्छी रैंक न मिलने के कारण वह दोबारा इस परीक्षा में शामिल हुआ. सिद्धनाथ ने कहा कि उन्हें आशा है कि दो जून को होने वाली एडवांस परीक्षा में भी सत्यम अच्छी रैंक लाएगा. गौरतलब है कि सत्यम को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है.