तेलंगाना के सिकंदराबाद में कबाड़ के गोदाम में आग लगने से 11 मजदूरों की मौत हो गई. जिनमें से 10 मजदूर बिहार के सारण के रहने वाले थे. इन्हीं में से एक था पुरूषोत्तमपुर का रहने वाला अंकज. अंकज के घर में इस समय गमगीन माहौल है. अंकज की मौत से उसके घर में सभी का रो-रो कर बुरा बाल है.
अंकज 4 बहनों का इकलौता भाई था. थोड़े दिन बाद ही उसकी एक बहन की शादी थी. अंकज के घर वालों ने बताया कि बहन की शादी के लिए पैसा कमाने वह सिकंदराबाद गया था. पिछले डेढ़ साल से वह वहां मजदूरी का काम कर रहा था. पिता ओमप्रकाश ने बताया कि उन्हें सुबह 8 बजे इस बात की सूचना मिली तो उन्हें इस बात पर पहले यकीन ही नहीं हुआ. उनकी अंकज से 21 मार्च को आखिरी बार बात हुई थी.
चाचा-भतीजा की मौत
वहीं, इस हादसे में छपरा के ही दो चाचा-भतीजा की भी मौत हुई है. दीपक राम पैसे कमाने के लिए सिकंदराबाद में रह रहा था. उसके साथ उसका भतीजा बिट्टू भी वहीं मजदूरी का काम करता था. दोनों की मौत से घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक दीपक के घर में पत्नी और मां के अलावा तीन बच्चे भी हैं. बच्चों की पढ़ाई की खातिर ही दीपक दूसरे राज्य में पैसा कमाने गया था.
कबाड़ के गोदाम में काम करते थे सभी
दूसरी तरफ, बनियापुर थाना क्षेत्र के बंगाली पट्टी गांव निवासी 40 वर्षीय दरोगा राम और दूसरा 30 वर्षीय सिकंदर राम की भी इसी हादसे में मौत हुई है. इसी तरह परसा थाना क्षेत्र के आजमपुर गांव के रहने वाले राकेश कुमार की मौत इस अग्निकांड में हुई है. ये सभी कबाड़ के गोदाम में काम करते थे.
पीड़ितों को जल्द मुहैया करवाई जाएगी राहत राशि
वहीं, इस घटना के बाद सारण के जिला श्रम अधिकारी प्रशांत राहुल ने बताया कि सारण जिले के कुल 10 लोगों की मौत इस अग्निकांड में हुई है. सभी पीड़ितों को सरकार की तरफ से मिलने वाली योजनाओं का लाभ और राहत राशि अतिशीघ्र दी जाएगी. वहीं, सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने इस दुखद घटना पर कहा कि जिला प्रशासन की टीम सभी पीड़ित परिवारों का बैंक खाता और कागजात लेकर राहत राशि अतिशीघ्र मुहैया करवाएगी.