राज्यसभा सांसद और जनता दल यूनाइटेड के बागी नेता शरद यादव सोमवार से बिहार में दूसरे चरण की यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं. अपने दूसरे चरण की यात्रा के दौरान शरद यादव 4 दिन बिहार के अलग-अलग हिस्सों का दौरा करेंगे और राज्य में जेडीयू और बीजेपी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल करेंगे.
आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस तरीके से भाजपा के साथ तालमेल करके नई सरकार का गठन किया है उससे शरद यादव काफी नाराज है. पिछले 2 महीने से वह लगातार नीतीश के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. शरद यादव नीतीश पर आरोप लगा रहे हैं कि जिस तरीके से उन्होंने भाजपा के साथ सांठ-गांठ करके नई सरकार बनाई है वह 2015 बिहार विधानसभा में महागठबंधन को मिले जनादेश का अपमान है.
पिछले महीने 10 अगस्त को शरद यादव ने बिहार में अपने पहले चरण की यात्रा के दौरान 4 दिनों तक राज्य का दौरा किया था और कई सभाएं भी की थीं. जहां उन्होंने नीतीश के फैसले को गलत बताते हुए जनता से अपील की थी कि महागठबंधन भले ही राजनीतिक तौर पर टूट गया हो लेकिन जनता के बीच में यह बना रहना चाहिए.
सोमवार से शुरू हो रहे बिहार में अपने दूसरे चरण की यात्रा के दौरान अगले 4 दिनों में शरद यादव तकरीबन 30 सफाई करेंगे. इस दौरान शरद यादव पटना, आरा, बक्सर, कैमूर, सासाराम, औरंगाबाद, गया और जहानाबाद जिलों का दौरा करेंगे और जनसभाएं करेंगे.
गौरतलब है कि जिस तरीके से शरद यादव ने पिछले 2 महीने से पार्टी के खिलाफ बागी तेवर अपनाए हैं, उसको देखते हुए जेडीयू ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से मुलाकात करके उनकी सदस्यता खत्म करने की सिफारिश की है. इससे पहले शरद यादव आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की 27 अगस्त को हुई 'देश बचाओ, भाजपा भगाओ' रैली में भी शामिल हुए थे.
शरद यादव के नेतृत्व में जेडीयू के अन्य बागी नेताओं ने असली जेडीयू होने का दावा किया था और पार्टी के सिंबल पर दावा ठोंका था. शरद यादव गुट ने चुनाव आयोग में भी असली जेडीयू होने का दावा ठोका था. हालांकि, चुनाव आयोग ने शरद गुट को असली जेडीयू के तौर पर मान्यता देने से इनकार कर दिया था.