आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने लालू यादव के चारा घोटाले में सजा के ऐलान होने से ठीक पहले कहा कि हम लोग हर चीज के लिए तैयार हैं और यह बात जानिए जेल भी संघर्ष का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि लालू यादव जेल में हैं उससे पार्टी डेमोलिश नहीं होने वाली है, हम इसको चुनौती की तरह लेंगे.
शिवानंद तिवारी ने कहा कि हम लोग जनता के बीच में जाने की तैयारी कर रहे हैं. 6 तारीख को पार्टी की बड़ी मीटिंग होने वाली है और इस मीटिंग में हम लोग कार्यक्रम तय करेंगे और लोगों के बीच जाएंगे. जो लालू यादव के बेटे तेजप्रताप ने पूछा था वही बात लोग महसूस कर रहे हैं और वही सवाल पूछ रहे हैं कि अगर लालू यादव की जगह मिश्रा होते तो क्या होता?
उन्होंने कहा कि आरजेडी का भविष्य तो बिल्कुल उज्जवल है. बुधवार को लालू यादव पर आने वाले फैसले का पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला, लेकिन बिहार की जनता में और खासकर उन लोगों में, जिनकी लड़ाई लड़ने के लिए लालू यादव जाने जाते हैं उनके मन में एक सवाल जरूर उठ रहा है कि चारा घोटाले में लालू यादव को सजा मिल चुकी है, उन्हें 5 साल की सजा मिली है और उस सजा की वजह से वह चुनाव लड़ने से वंचित हैं.
उन्होंने कहा कि चारा घोटाले की वजह से आज के समय में लालू यादव जैसी मजबूत आवाज संसद में नहीं है. और फिर उसी चारा घोटाले में उन्हें फिर से सजा होने जा रही है और सुना है कि यही खत्म नहीं हो रहा इसके बाद फिर तैयारी है अगली सजा की. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि चारा घोटाले में लालू यादव को कितनी दफा हलाल किया जाएगा? उन्होंने कहा कि यह कैसी न्यायिक प्रणाली है? हमारा संविधान कहता है कि एक अपराध के लिए किसी को दो बार दंडित नहीं किया जा सकता. मान लीजिए अगर एक अपराध लालू यादव ने किया है और हाई कोर्ट में उनकी अपील पेंडिंग है तो बार-बार सजा का आधार क्या है?
उन्होंने कहा कि हम लोग क्या आरोप लगा रहे हैं आप बिहार की जनता से पूछिए. आप चले जाइए उनके पास जो पिछड़े हैं, दलित हैं, जो प्रचारित हैं और वंचित हैं.. उनसे पूछिए जो सदियों से इस तरह की बेईमानी को देखते आए हैं उन लोगों ने स्वयं मान लिया है कि यह कैसा इंसाफ है. एक ही मामले में दो अभियुक्त जो कि सजा पा चुके थे लेकिन उनमें से अचानक एक छूट गए और लालू यादव जेल में ही रह गए.
जगन्नाथ मिश्रा जी भी मुख्यमंत्री रहे हैं यह तो सीएजी ने लिखा है कि घोटाले की शुरुआत बहुत पहले से ही हो गई थी और जगन्नाथ मिश्रा जी जब चीफ मिनिस्टर थे तो गांधी मैदान और पटना जंक्शन को गिरवी रखा गया था. सबसे चमत्कार की बात जिस जज ने उनका इनक्यूबेटर किया वह जज 15 दिन के बाद राज्यसभा का मेंबर हो गया था तो जगन्नाथ मिश्रा के बारे में चर्चा होती थी कि बगैर 5-10 लाख रुपये के पंडित जी को मुंह धोने की प्रेरणा नहीं होती थी तो उनका इनक्यूबेटर हो गया.
शिवानंद तिवारी ने सुशील मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि अगले चुनाव में देखिए सुशील मोदी की खटिया खड़ी होने वाली है. आज लालू यादव फंसे हुए हैं लेकिन लालू यादव की बिहार की राजनीति में देश की राजनीति में ऐतिहासिक भूमिका में रहे हैं लेकिन आप इस जंग से खुद को अपमानित और जलील करवा रहे हैं. आप में लड़ने की हिम्मत नहीं हुई, साल 2015 में आपने जिसके खिलाफ वोट मांगा था आज उसी के सामने घुटने टेक दिए.