राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी में रजत पदक जीत कर लौटी श्रेयसी सिंह के स्वागत के लिए राज्य सरकार की ओर से कोई नहीं आया. श्रेयसी ने बिहार सरकार के अपनी इस उपलब्धि के प्रति रूखे रवैये पर अफसोस जताया है.
श्रेयसी सिंह ने हाल में ग्लासगो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में आयोजित निशानेबाजी के डबल ट्रैप वर्ग में रजत पदक जीता है. श्रेयसी ने कहा, उन्होंने सोचा था कि उनके बीती रात पटना पहुंचने पर राज्य सरकार की ओर से कोई-न-कोई होगा. राष्ट्रमंडल खेलों में पदक पाने वाले सभी विजेताओं को उनकी राज्य सरकार द्वारा सम्मानित किया किया गया है पर हमें हमारे ही राज्य द्वारा कोई महत्व नहीं दिया गया. उन्होंने कहा, वे अगले महीने होने वाले एशियाई खेलों की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह और बीजेपी की बांका से पूर्व सांसद पुतुल सिंह की पुत्री श्रेयसी सिंह ने राष्ट्रमंडल खेलों में उनके रजत पदक जीतने की उपलब्धि के प्रति राज्य सरकार के रूखे रवैये के प्रति अफसोस जताते हुए कहा कि उनकी ओर से किसी ने उन्हें फोन तक करना जरूरी नहीं समझा.
पटना में एक गैर सरकारी संस्थान द्वारा श्रेयसी के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने कहा, उन्हें आशा है कि उनके इस प्रयास का राज्य सरकार सम्मान करेगी.
श्रेयसी ने कहा, प्रशिक्षण के लिए मैं अपने राष्ट्रीय कोच के साथ इटली जाउंगी. उन्होंने बिहार में खेल को लेकर आधारभूत संरचना की कमी होने पर अफसोस जताते हुए कहा कि प्रदेश में एक अत्याधुनिक शूटिंग रेंज की स्थापना के लिए जमुई के सांसद चिराग पासवान से संपर्क साधा है, उन्होंने इसका आश्वासन दिया है.
इस बारे में बिहार के कला संस्कृति, खेल एवं युवा विभाग के मंत्री विनय बिहारी से संपर्क साधे जाने पर वह फोन पर उपलब्ध नहीं हो सके.