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बिहार में ऐसे बनाए जाते थे फर्जी टॉपर्स, SIT ने किया अकूत संपत्ति का भी पर्दाफाश

बिहार टॉपर्स घोटाले में 'आज तक' के खुलासे के बाद मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम को कई चौंकाने वाली जानकारियां मिल रही हैं. एसआईटी के चीफ मनु महाराज की मानें तो इस मामले में बच्चा राय की तरह कई और किंगपिंग सामने आएंगे.

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बच्चा राय
बच्चा राय

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बिहार टॉपर्स घोटाले में 'आज तक' के खुलासे के बाद मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम को कई चौंकाने वाली जानकारियां मिल रही हैं. एसआईटी के चीफ मनु महाराज की मानें तो इस मामले में बच्चा राय की तरह कई और किंगपिन सामने आएंगे. मनु महाराज का कहना है कि यह मामला अब पूरी तरह से साफ हो गया है कि लालकेश्वर का केवल बच्चा राय से ही सांठगांठ नहीं रहा है, बल्कि कई और माफिया इस धंधे में लगे हैं. उन्होंने कहा कि एक दो दिन में लालकेश्वर और उसकी पत्नी को पुलिस को गिरफ्तार कर लेगी जिसके बाद और खुलासा होगा.

टॉपर्स स्कैम में अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी
मनु महाराज ने कहा कि 12वीं में गलत तरीके से टॉप कराए गए छात्रों की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से वारंट लिया जा रहा है. पूरे मामले को लेकर 'आज तक' के संवाददाता ने एसआईटी के प्रमुख और पटना के एसएसपी मनु महाराज से बातचीत की. उन्होंने बताया कि अब तक इस मामले में 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई हैं. टॉपर्स रैकेट का खुलासा करते हुए मनु महाराज ने बताया कि हाजीपुर से बच्चा राय के कॉलेज से कॉपी आती थी और जांच के दौरान गड़बड़ी की जाती थी. उन्होंने कहा कि मूल्यांकन और सेंटर में भी गड़बड़ी मामले सामने हैं, जिसके बाद कॉपियों की एफएसएल से जांच कराई जा रही है. उन्होंने कहा कि शिक्षा माफियाओं के द्वारा Tet का सर्टिफिकेट भी बांटा जाता था.

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लालकेश्वर की तलाशी तेज
एसआईटी चीफ मनु महाराज ने कहा कि मुख्य आरोपी बच्चा राय के घर स्टाम्प, बोर्ड की कॉपियां और भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया है. जबकि लालकेश्वर की गिफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है. साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि उषा सिन्हा और लालकेश्वर के साले भी इस रैकेट में शामिल हैं. मनु महाराज की मानें तो पूरे खेल को बेहद शातिराना तरीके से अंजाम दिया जाता था. लालकेश्वर प्रसाद यादव ने बिहार बोर्ड के कैंपस में स्थित स्टेट बैंक में पैसा जमा नहीं कराता था. बोर्ड का पैसा कदमकुआं के पास एक बैंक में जमा कराया जाता था, क्योंकि यहां लालकेश्वर का बेटा काम करता है. बोर्ड के 54 करोड़ रुपये जमा कराने के एवज में उसके बेटे को कई पदोन्नति भी मिली है.

बच्चा राय की अकूत संपत्ति का खुलासा
वहीं एसआईटी की मानें तो बच्चा राय से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. बच्चा राय न सिर्फ शिक्षा माफिया है बल्कि वो भू माफिया भी है. एसआईटी को बच्चा राय के घर से छापेमारी के दौरान करीब 200 से ज्यादा जमीन की रजिस्ट्री के कागजात मिले हैं, जो बिहार के कई जिलों में हैं. बताया जाता है कि बच्चा राय के पास 1600 कट्ठा जमीन है और ये सारी जमीनें उसने अपने पिता, पत्नी, बच्चे और कई रिश्तेदारों के नाम पर ले रखा है.

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