बिहार के खगड़िया जिले में पिछले वर्ष अधिकार यात्रा सम्मेलन के दौरान शहर में हुई हिंसा, उपद्रव, आगजनी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर हुए हमले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने राजद के राज्यसभा सदस्य रामकृपाल यादव और जेल में बंद बाहुबली नेता पप्पू यादव की संदिग्ध भूमिका का उल्लेख करते हुए अपनी रिपोर्ट को गुरुवार को यहां की एक स्थानीय अदालत में सौंपा.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने अनुबंधित शिक्षकों, राजद, लोजपा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और भाकपा माले के 37 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र गुरुवार को यहां मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) त्रिलोकीनाथ त्रिपाठी की अदालत को सौंपा. अदालत को एसआईटी की रिपोर्ट, आरोपपत्र और अन्य साक्ष्य सौंपे गये हैं.
सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने जांच के बाद अपनी सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा है कि 27 सितंबर 2012 को खगड़िया में हुई हिंसा में राजद के राज्यसभा सदस्य रामकृपाल यादव और बाहुबली नेता पप्पू यादव की संदिग्ध भूमिका दी थी लेकिन पर्याप्त साक्ष्य नहीं होने के कारण आरोपपत्र में दोनों का नाम नहीं शामिल है.
रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री के काफिले पर हमला और शहर में तोड़फोड़ तथा आगजनी सुनियोजित ढंग से साजिश के तहत की गयी थी.
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा की मांग के लिए खगड़िया में मुख्यमंत्री के अधिकार यात्रा सम्मेलन के दौरान उनके काफिले पर जिले बलुवाही और जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष पथराव हुआ था. इसके अलावा कृषि उत्पादन बाजार स्थित सभास्थल में अफरा तफरी, समाहरणालय और अन्य कुछ जगहों पर आगजनी और तोड़फोड भी हुई थी. मुख्यमंत्री को संक्षिप्त संबोधन कर लौटना पड़ा था और प्रदर्शनकारियों ने चप्पल भी दिखाये थे.