पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान में बीजेपी के मिट्टी घोटाले के आरोप के मामले में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव बचाव की मुद्रा में है. उन्होंने कहा कि चिडियांघर में क्या काम हो रहा, वहां के डायरेक्टर से पूछिए. लेकिन मामले की जांच पर वो पल्ला झाड़ने लगते है. बोले जांच से क्या होगा ? अगर हमारे परिवार को पैसा मिला है तो उसका रिकार्ड तो होगा ही. कोई भी सरकारी काम होता है तो उसकी लिखा पढ़ी की जाती है. आप जांच कर लिजिए. लालू यादव ने कहा कि हम तो पिछले डेढ साल से गाय का गोबर चिडियाघर को दे रहे हैं.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि सौदर्यीकरण के नाम पर संजय गांधी जैविक उद्यान में लालू प्रसाद यादव के शाँपिंग माँल से निकल रहे मिट्टी को खपाने के लिए योजना बनाई गई है. जिसके लिए उद्यान ने 90 लाख रूपये में ये मिट्टी खरीदा है.
सुशील मोदी ने यह भी आरोप लगाया, कि लालू प्रसाद यादव जब रेल मंत्री थे तब रेलवे के दो होटलों को बनाने के लिए हर्ष कोचर को देने के एवज में उन्हें पटना में 2 एकड जमींन मिली. राजधानी पटना में बिहार का सबसे बड़ा माल बनाया जा रहा है. इस मॉल की मालिक डिलाइट मार्केटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड है. इस कंपनी में आरजेडी अध्यक्ष के लालू प्रसाद के बड़े बेटे एवं राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री तेजप्रताप यादव, छोटे बेटे एवं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनकी पुत्री चंदा यादव डायरेक्टर हैं. इस तरह आरोपों के मुताबिक इस मॉल का मालिक लालू प्रसाद यादव का परिवार ही है. मोदी के मुताबिक आरजेडी के सुरसंड से विधायक सैयद अबु दौजाना की कंपनी मेरिडियन कंस्ट्रक्शन (इंडिया) लिमिटेड इस शॉपिंग मॉल का निर्माण करवा रही है.
मोदी के इस खुलासे के बाद तेजप्रताप ने टूवीट कर सुशील कुमार मोदी पर मानहानि का मुकद्दमा ठोकने की धमकी दी. मोदी ने कहा कि वो मानहानि के मुकद्दमों से नहीं डरते और अपने बयान पर अभी भी कायम है.
उधर संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक नंदकिशोर भी लालू प्रसाद यादव के परिवार के बचाव में उतर आए. उन्होंने कहा कि वन विभाग कभी इन कामों के लिए टेंडर नही निकालता है. उन्होंने कहा कि पूरा प्रोजेक्ट 90 लाख का है मिट्टी केवल 17 लाख की खरीदी गई है. उन्होंने ये भी कहा कि मिट्टी का सम्बंध वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव के माँल से नहीं है.