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सोनपुर मेले में थियेटर डांसरों का हंगामा, लाइसेंस न मिलने से नाराज कलाकार

इस साल सारण प्रशासन ने थियेटरों को लाइसेंस देने से माना कर दिया उनका कहना है कि थियेटर से अश्लीलता फैलती है. वो भी तब जब थियेटर सारा-साजो सामान सोनपुर मेले में लगा चुके थे, करोड़ों रूपये खर्च हो चुके हैं, अब प्रशासन से लाइसेंस नहीं मिलने के कारण सारे थियेटर और उसमें काम करने वाली लड़कियां सड़कों पर हैं.

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डांसरों ने किया विरोध
डांसरों ने किया विरोध

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विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला शुरू हो चुका है यह एशिया भर का सबसे बड़ा पशु मेला बाजार माना जाता रहा है. लेकिन सोनपुर का मेला थियेटर को लेकर भी हाल के दिनों में प्रसिद्धी पाता रहा है. थियेटर में अश्लीलता को लेकर सवाल उठते रहें है लेकिन इसके बावजूद सोनपुर में एक दर्जन से ज्यादा थियेटर हर साल लगते हैं. इस साल सारण प्रशासन ने थियेटरों को लाइसेंस देने से माना कर दिया उनका कहना है कि थियेटर से अश्लीलता फैलती है. वो भी तब जब थियेटर सारा-साजो सामान सोनपुर मेले में लगा चुके थे, करोड़ों रूपये खर्च हो चुके हैं, अब प्रशासन से लाइसेंस नहीं मिलने के कारण सारे थियेटर और उसमें काम करने वाली लड़कियां सड़कों पर हैं.

बिहार के सोनपुर मेले में मंगलवार को थियेटर में काम करनी वाली लड़कियों ने जमकर हंगामा किया. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लड़कियों आश्वासन दिया कि प्रशासन अपने फैसले की समीक्षा करेगा. इसके बाद हंगामा शांत हो सका. थियेटर में डांस करने वाली बबली का कहना है कि हम लोग अपनी कला दिखा कर मेले में पैसा कमाते है किसी चीज को गंदा नहीं करते. बावजूद इसके जिला प्रशासन थियेटर की अनुमति नहीं दे रहा है. उधर सारण के एसपी हरिहर प्रसाद का कहना है कि अगर स्वस्थ वातावरण बनेगा तो प्रशासन को लाइसेंस देने में कोई ऐतराज नहीं, लेकिन पहले की परिपाटी के आधार पर चलेगा तो ऐतराज तो होगा ही.

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सोनपुर मेले का आयोजन हर साल होता है और हर साल यहां थियेटर भी लगते हैं. प्रशासन ने पिछले कई साल से थियेटर में अश्लीलता रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाये हैं, तमाम इंतजाम किए हैं. इसके बावजूद एसपी की नजर में अश्लीलता होती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है. इसकी वजह यही भी हो सकती है कि प्रशासन उसकी ठीक से निगरानी नहीं कर पा रहा है.

दूसरी तरफ अगर सारण के एसपी को अश्लीलता का खतरा नजर आ रहा था तो उन्हें थियेटर लगाने की अनुमति पहले से ही नहीं देनी चाहिए. लेकिन जब थियेटर का स्टेज सज चुका है, सैंकड़ों लड़कियां पहुंच चुकी हैं, तब प्रशासन के इस फैसले पर हंगामा होना तो तय था.

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