बिहार में गणितज्ञ आनंद कुमार के संस्थान सुपर-30 ने एक बार फिर जबरदस्त परिणाम दिए हैं. इस संस्थान के कुल 30 छात्र-छात्राओं में से इस बार 27 ने ‘आईआईटी-जेईई एडवांस्ड’ एग्जाम में बाजी मारी है. ‘आईआईटी-जेईई एडवांस्ड’ एग्जाम में सफल हुए सुपर-30 के छात्र-छात्राओं में पटना जिले के संडा गांव निवासी एक दैनिक मजदूर का बेटा सुनील सहित खोमचे वाले, किराना दुकानदार और निचले तबके के बच्चे शामिल हैं.
‘आईआईटी-जेईई एडवांस्ड’ एग्जाम में सफल हुए सुनील ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आनंद सर जो गरीब बच्चों के लिए कर रहे हैं वह एक मसीहा कर सकता है और वह उनके पदचिन्हों का अनुसरण करेंगे. इन छात्रों में एक किराना दुकानदार के पुत्र धनंजय कुमार, उत्तरप्रदेश के बिजनौर का अपंग छात्र मणिराम सिंह और नालंदा जिले के निवासी सुधीर शामिल हैं.
आर्थिक रूप से कमजोर और गरीब बच्चों को इंजीनियरिंग के एंट्रेंस एग्जाम में हॉस्टल की सुविधा के साथ मुफ्त अध्ययन कराने के लिए सुपर-30 की शुरुआत 2001 में हुई थी. इस संस्थान से अब तक 360 बच्चे आईआईटी में एंट्री पा चुके हैं. सुपर-30 से शामिल हुए 344 छात्र-छात्राओं में से कुल 102 ‘आईआईटी-जेईई एडवांस्ड’ एग्जाम में सफल हुए हैं.
बिहार के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने गुरुवार को बताया कि इस बार ‘आईआईटी-जेईई एडवांस्ड’ परीक्षा में सफल हुए 102 छात्र-छात्राओं में कानपुर स्थित गेल उत्कर्ष सुपर 100 के 39, दिल्ली स्थित नेशनल सुपर 100 के 11, गुवाहाटी स्थित आयल इंडिया सुपर 30 के 3, जोरहट स्थित ऑयल इंडिया सुपर 30 के 9, डिब्रुगढ स्थित ऑयल इंडिया सुपर 30 के 4, गया स्थित मगध सुपर 30 के 9, ठाणे स्थित अभयानंद सुपर 30 के 18, पटना स्थित रहमानी-30 के 8 तथा श्रीनगर स्थित कश्मीर सुपर-30 का एक छात्र शामिल है.
कानपुर स्थित गेल उत्कर्ष सुपर 100, दिल्ली स्थित नेशनल सुपर 100, गुवाहाटी, जोरहट एव डिब्रुगढ स्थित ऑयल इंडिया सुपर 30, ठाणे स्थित अभयानंद सुपर-30 तथा श्रीनगर स्थित कश्मीर सुपर-30, राष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय संगठन ‘सेंटर फार सोशल रिस्पांस्बिलटी एंड लीडरशिप’ द्वारा संचालित हैं जबकि गया स्थित मगध सुपर 30 सिटिजंस ऑफ गया तथा रहमानी 30 मुंगेर स्थित रहमानी फाउंडेशन द्वारा संचालित है. अभयानंद ने बताया कि इस साल असम के शिवसागर, राजस्थान के जोधपुर और जम्मू कश्मीर के जम्मू में एक-एक केंद्र खोला जाएगा.