पटना नीतीश सरकार के बिहार में पिछले दो महीनों में घटित घटनाओं के लिए विपक्ष को जिम्मेवार ठहराए जाने को बीजेपी ने निराधार बताते हुए दावा किया कि वर्तमान सरकार के न्याय के साथ विकास और सुशासन के दावे की हवा निकल गयी है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नीतीश सरकार के बिहार में हाल में घटित घटनाओं के लिए विपक्ष को जिम्मेवार ठहराए जाने को निराधार बताया और दावा किया कि वर्तमान सरकार के न्याय के साथ विकास और सुशासन के दावे की हवा निकल गयी है.
मोदी ने आरोप लगाया कि पहले बिहार में काम करने वाली और संवेदनशील सरकार (जेडीयू की सरकार) थी अब केवल बात करने वाली संवेदनहीन सरकार है.
उन्होंने नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरा बिहार जल रहा है और रोज घटनाएं घट रही हैं. मोदी ने हाल के दिनों में बेतिया और नवादा में भड़के दंगे और पिछले पखवाड़े में गुरारू में माओवादियों द्वारा रेल पटरी को विस्फोट कर उड़ाने, महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाओं में इजाफा होने सहित अन्य घटनाओं का जिक्र करते हुए बिहार में विधि व्यवस्था की स्थिति में काफी गिरावट आने का आरोप लगाया और कहा कि पिछले दो महीनों के दौरान सरकार का इकबाल खत्म हो गया.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब सरकार कमजोर होती है तो वह हर बात के लिए विपक्ष को जिम्मेवार ठहराती है इसलिए चाहे वह बोधगया सिलसिलेवार बम धमाका, सारण जिला विषाक्त मिड-डे मिल मौत मामला हो, चापाकल के पानी का दूषित होने का मामला हो या फिर बगहा, बेतिया और नवादा में दंगा भड़कने की घटनाएं हों इन सभी घटनाओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए विपक्ष को जिम्मेवार ठहराकर बिहार की वर्तमान सरकार ऐसा ही कर रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विपक्ष पर आरोप लगाने की यह कला अपने पुराने सहयोगी और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद से सीखने का आरोप लगाते हुए उन्हें चुनौती दी कि इन घटनाओं के पीछे विपक्ष का हाथ होने को वे यह साबित करके दिखाएं.
मोदी ने कहा कि शहीद जवानों के शव के पटना आने पर बिहार के कोई मंत्री हवाई अड्डा पर नहीं पहुंचा. उस समय दिल्ली में मौजूद मुख्यमंत्री इन शहीदों को वहीं श्रद्धा-सुमन अर्पित कर सकते थे पर न तो वह स्वयं गए और न ही अपने किसी मंत्री को भेजा. मोदी ने कहा कि मंत्रियों को भेजना मुख्यमंत्री का दायित्व था इसलिए इसके लिए मंत्रियों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता.
उन्होंने कहा कि बाद में इतना विलंब से मंत्रियों को जाने का निर्देश दिया गया कि एक जगह को छोड़कर बाकी तीन स्थानों पर मंत्री शहीदों की अंत्येष्टि में शामिल नहीं हो सके.
नीतीश सरकार में शामिल कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को शहीदों को लेकर दिए गए बयान पर उन्हें जेडीयू द्वारा कारण बताओ नोटिस दिए जाने पर मोदी ने कहा कि ऐसे वरिष्ठ मंत्री को नोटिस दिया जाना उनका अपमान है. उन्होंने कहा कि अगर वे उनकी जगह होते तो मंत्री पद से इस्तीफा दे दिए होते.
मोदी ने कहा कि सारे घटनाक्रम में अगर किसी को नोटिस दी जानी चाहिए तो मुख्यमंत्री को नोटिस दी जानी चाहिए.
सुशील कुमार मोदी ने बिहार के भयंकर सूखा की चपेट में होने का दावा करते हुए कहा कि आंकडों के अनुसार राज्य में सामान्य से 27 प्रतिशत कम वर्षा हुई है तथा 11 जिलों में वर्षा सामान्य से 50 प्रतिशत कम और 24 जिलों में सामान्य से 35 प्रतिशत कम वर्षा हुई है जिससे धान की रोपनी 65 प्रतिशत से कम हुई है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में सामान्य से 21 प्रतिशत कम वर्षा होने पर सूखा घोषित किया जा सकता था तो इस वर्ष सामान्य से 27 प्रतिशत कम वर्षा होने पर भी राज्य सरकार बिहार को सूखा ग्रस्त प्रदेश घोषित क्यों नहीं कर रही है.
मोदी ने कहा कि बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलेगा और उनसे आग्रह करेगा कि वे इसके लिए सरकार पर दबाव बनाएं.
चारा घोटाले को लेकर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की याचिका को सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज कर दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि इससे न्यायपालिका के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा. मोदी ने साथ ही कांग्रेस नीत केंद्र की यूपीए सरकार पर आरजेडी और जेडीयू के नेताओं को बचाने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग किए जाने की आशंका भी जतायी.