बिहार में महागठबंधन की सरकार के गठन के बाद से ही बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी नीतीश के साथ-साथ तेजस्वी और तेज प्रताप पर भी हमलावर हैं. सुशील मोदी ने ट्वीट कर एक नया सियासी शब्द इजाद किया है. जिसे उन्होंने 'डी-फैक्टो' सीएम का नाम दिया है.
सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए लिखा है, 'मुख्यमंत्री जी अपने नौजवान डिप्टी को जिस आदर और विनम्रता के साथ उनका हाथ पकड़ कर कुर्सी तक ले जाते दिखे, उससे साफ है कि डी-फैक्टो सीएम कौन है और कौन अहसान तले दबा हुआ. उन्होंने आगे लिखा है कि कुर्सी तो वही होती है, लेकिन बैठने वाले का भाग्य अलग-अलग होता है.'
सुशील मोदी ने आगे तंज कसते हुए लिखा है कि नीतीश कुमार को लगता था कि जो बंगला एक राजकुमार के लायक बनाया गया, उसमें दूसरा कैसे रह सकता है? उन्हें एनडीए का डिप्टी सीएम तो बीपीएल स्तर की सुविधा के लायक लगता था.
सुशील मोदी ने खुद के डिप्टी सीएम रहने का उदाहरण देते हुए कहा है कि अब के डिप्टी सीएम पहले ही कार्यकाल में 5, देशरत्न मार्ग वाले सरकारी आवास में 46 एसी लगवा चुके हैं. उन्होंने आगे तंज कसते हुए कहा है कि गरीबों के मसीहा ने पद से हटने के बाद भी आलीशान बंगला न छोड़ने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी, लेकिन दाल नहीं गली.
सुशील मोदी ने तेजस्वी को मिली जेड श्रेणी सुरक्षा पर भी बड़ा सवाल खड़ा किया है. उन्होंने खुद के 12 साल के कार्यकाल को याद करते हुए कहा है कि मैं बिहार में 12 साल तक उप मुख्यमंत्री रहा, लेकिन सरकार को न मुझे बुलेट प्रूफ गाड़ी देने की जरूरत महसूस हुई, न जेड-प्लस सुरक्षा की. मामूली सुरक्षा के बीच मैंने 1, पोलो रोड के सरकारी आवास से लंबे समय तक जनता की सेवा की. वह बोले कि जिनका राजपाट आते ही जनता सहम जाती है, भला उनको किससे इतना खतरा है कि सुरक्षा बढ़ायी जा रही है.
सुशील कुमार मोदी का तेज प्रताप पर तंज
सुशील मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को लेकर बड़ा तंज कसा है. सुशील मोदी ने कहा है कि महागठबंधन-02 में भी बड़े राजकुमार को छोटी कुर्सी मिलेगी, लेकिन उन्हें उनकी पसंद का स्वास्थ्य विभाग ही मिलना चाहिए. सुशील मोदी ने आगे लिखा है कि इलाज बेहतर हो या न हो, कम से कम जनता का मनोरंजन होते रहना चाहिए.