भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने करोड़ो रुपए के बिहार कर्मचारी चयन आयोग प्रश्न पत्र लीक घोटाले के तार बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार चौधरी से जुड़े होने का दावा किया है. मंगलवार को विधानसभा में मोदी ने दावा किया के स्पीकर विजय कुमार चौधरी के निजी सचिव नवीन ने 9 जनवरी और 20 जनवरी को कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन सुधीर कुमार को सिफारिशी एसएमएस किया था. अपने दावे को पुख्ता करने के लिए मोदी ने इस संदेश की कॉपी पत्रकारों के साथ साझा की.
पत्रकारों को बांटी SMS की कॉपी
दिलचस्प बात यह है कि जब सुशील कुमार मोदी स्पीकर विजय कुमार चौधरी पर यह गंभीर आरोप लगा रहे थे, उन्हें कभी जदयू नेता तो कभी मंत्री कहकर संबोधित कर रहे थे. हालांकि जब उन्होंने संदेश की कॉपी पत्रकारों में बांटी तो उस पर साफ लिखा था की SMS नवीन द्वारा भेजा गया है जो कि स्पीकर के निजी सचिव है.
स्पीकर ने कराई सरकारी नौकरी की सिफारिश
मोदी ने आरोप लगाया कि स्पीकर ने अपने निजी सचिव के जरिए सुधीर कुमार को SMS करके अपने करीबी आवेदकों को सरकारी नौकरी दिलाने की सिफारिश की. मोदी ने मांग उठाई कि इसकी जांच करवाई जानी चाहिए.
सुशील मोदी के आरोपों पर सीएम नीतीश का जवाब
सुशील मोदी के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन तमाम आरोपों को बेबुनियाद करार दिया. बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव देते हुए नीतीश ने कहा कि जिस SMS की बात सुशील मोदी कर रहे हैं, उसमें एएनएम के पद के लिए सिफारिश किया गया है जबकि कर्मचारी चयन आयोग का प्रश्न पत्र जो लीक हुआ वह क्लर्क के पद के लिए था.
पेपर लीक की जांच CBI से कराने की मांग ठुकराई
नीतीश ने कर्मचारी चयन आयोग प्रश्न पत्र लीक घोटाले की जांच सीबीआई से करवाने की भाजपा की मांग को भी ठुकरा दिया. नीतीश ने दलील दी भाजपा को अगर लगता है कि स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम की जांच को सरकार प्रभावित कर रही है तो फिर केंद्र सरकार भी सीबीआई जांच को प्रभावित कर सकती है. नीतीश ने सदन को भरोसा दिलाया कि प्रश्न पत्र लीक घोटाले की जांच स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम पूरी ईमानदारी के साथ कर रही है.