बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा कि राबड़ी देवी से सीबीआई की ताजा पूछताछ की खीझ उतारने के लिए सुरक्षा मुद्दे का राजनीतिकरण कर सहानुभूति कार्ड खेला जा रहा है. जिन लोगों से बिहार डरता है और जिनके घर में प्रधानमंत्री की खाल उधेड़ने की धमकी देने वाले रहते हैं, उनको किससे जान का खतरा हो सकता है?
सुशील मोदी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने कहा कि शिक्षा पूरी न कर पाने वाले जिन लोगों को पहली बार विधायक बनते ही सीधे तीन-तीन विभागों का कैबिनेट मंत्री बनवा दिया गया. उनका अहंकार इतना बढ़ गया है कि वे अपने पिता की पीढ़ी के सम्मानित नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर आसीन व्यक्ति के लिए डरपोक और बुजदिल जैसे अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. विपक्ष के नेता आलोचना और अशिष्टता का अंतर मिटाने पर तुल गए हैं.
मोदी ने कहा कि कई जटिल रोगों से पीड़ित लालू प्रसाद के स्वास्थ्य लाभ की हम-सब कामना करते हैं. देश की न्यायपालिका ने देश के अतिप्रतिष्ठित आयुर्विज्ञान संस्थान में उनकी चिकित्सा सुनिश्चित करायी है. फिर भी यदि राबड़ी देवी को लगता है कि राजद-प्रमुख को मारने की साजिश हो रही है, तो क्या यह सजायाफ्ता को प्रताड़ित के रूप में प्रचारित करने की राजनीति नहीं है? संविधान रक्षा का दंभ भरने वाले ही हर व्यवस्था पर अविश्वास के हथौड़े चला रहे हैं.