बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 28 वर्ष की उम्र में 30 से ज्यादा सम्पतियों के मालिक बनने वाले तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि पटना सिटी के रानीपुर खिड़की, मिर्चाइ रोड में उन्हें करोड़ों की 255 डिसमिल जमीन लीज के तौर महज 20 हजार रुपए वार्षिक किराए पर कैसे मिल गई? उन्होंने पटना में बयान जारी कर सवाल किया कि तेजस्वी यादव बताएं कि कब, किसने, किसके पैसे से इस जमीन की खरीद की और सभी खरीदने वालों ने उन्हें ही जमीन लीज पर क्यों दे दी? भ्रष्टाचारजनित खुलासा होने के बावजूद मौन साधने से क्या तेजस्वी यादव का अपराध कम या छुप जायेगा?
सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव को बताना चाहिए उनके पिता लालू प्रसाद के बड़े भाई स्व. मुकुंद प्रसाद के समधियाना के आधा दर्जन लोगों ने किसके पैसे से जमीन खरीदी? इन सभी खरीदारों ने 13 जून, 2012 को अपनी जमीन तेजस्वी यादव को लीज पर क्यों दे दी? मनमानी शर्तों पर 91 साल की लीज यानी तीन पीढ़ियों के लिए इंतजाम कराने के पीछे मकसद क्या है? तेजस्वी यादव बतायें कि कोई व्यक्ति क्यों पहले लाखों रुपये लगा कर जमीन खरीदेगा और फिर 3 महीने में ही उसे कौड़ी के भाव में जिन्दगी भर के लिए सौंप देगा?
उन्होंने तेजस्वी से पूछा कि क्या इसी जमीन पर स्टॉकयार्ड बना कर तेजस्वी यादव 2012 से जिंदल स्टील एंड पावर लि. के हैंडलिंग एंड स्टोरेज एजेंड के तौर पर करोड़ों का कारोबार नहीं कर रहे हैं? इस 255 डिसमिल जमीन पर 12 फीट से ज्यादा ऊंची चाहरदीवारी के निर्माण, क्रेन, वजन की मशीन आदि के लिए तेजस्वी के पास करोड़ों रुपए कहां से आए?
मोदी ने कहा कि आखिर तेजस्वी यादव ने करोड़ों की जमीन और लोहा कारोबार को चुनावी शपथपत्र से लेकर मंत्री के रूप में की गई सम्पति की घोषणा तक में क्यों छुपा लिया? तेजस्वी यादव बतायें कि भ्रष्टाचार के जरिए सम्पति अर्जित करना, जानबूझ कर उसे छिपाना क्या आपराधिक कृत्य नहीं है?