बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बुधवार को पर्यटन विभाग की विभिन्न विकास योजनाओं की समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को आदेश दिया कि इस साल श्रावण मेला से पहले वह सुल्तानगंज -देवघर (कांवरिया सर्किट) के विकास के कार्य को हर हाल में पूरा करें. मोदी ने बताया कि कांवरिया सर्किट के लिए भारत सरकार द्वारा स्वीकृत 52 करोड़ 37 लाख की राशि में से 10 करोड़ 47 लाख आवंटित की जा चुकी है.
मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 1 लाख 65 हजार करोड़ के पैकेज के अंतर्गत बिहार के धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटक स्थलों के विकास के लिए 500 करोड़ की योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है.
मोदी ने कहा कि बांका, भागलपुर और मुंगेर जिला अंतर्गत सुल्तानगंज - देवघर के बीच पक्की सड़क के समानांतर कांवरियों की सुविधा के लिए एनडीए - 1 सरकार के दौरान बनाई गई कच्ची सड़क के किनारे महत्वपूर्ण स्थलों में स्वीकृत राशि से विश्रामालय का निर्माण कराया जाएगा. मोदी ने कहा कि विश्रामालय के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण करने का निर्देश भी दे दिया गया है.
बैठक के दौरान मोदी ने जानकारी दी कि विश्रामालय के अलावा शौचालय, पेयजल और कैफेटेरिया आदि के साथ ही सूचना कियोस्क, पूरे रास्ते में कांवरियों के बैठने के लिए 3366 बेंच, 1037 काँवर स्टैंड का निर्माण और 180 सोलर लाइट्स लगाए जाएंगे.
मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी परिपथ के लिए, 44 करोड़ 65 लाख की स्वीकृति के अतिरिक्त चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष में बापू परिपथ के लिए 97 करोड़ 86 लाख रुपए और रामायण तथा बौद्ध सर्किट के लिए राशि की स्वीकृति प्रक्रियाधीन है.
मोदी ने बताया कि जैन परिपथ के लिए 52 करोड़ 38 लाख और मंदार एवं अन्य परिपथ के लिए 53 करोड़ 49 लाख की स्वीकृति भारत सरकार ने दे दी है. मोदी ने निर्देश दिया कि पर्यटन विकास निगम को विकास कार्यों में तेजी लानी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा राशि खर्च किया जाना चाहिए.