भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को उनकी पार्टी नहीं बल्कि उनके पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने भ्रष्टाचार में साझेदार बना कर फंसा दिया है.
मोदी ने कहा कि कल जिस तरीके से तेजस्वी ने कहा कि जिस वक्त घोटाला हुआ था, वह केवल 14 -15 वर्ष के थे, इससे यह बात तो साफ़ है कि तेजस्वी ने मान लिया है कि उनके पिता लालू प्रसाद ने 2004 में घोटाला किया था.
मोदी ने कहा कि अगर लालू प्रसाद ने रेल मंत्री के नाते रेलवे के दो होटल के बदले डिलाइट मार्केटिंग के माध्यम से पटना में 3 एकड़ जमीन नहीं ली होती तो तेजस्वी नहीं फंसते. मोदी ने कहा कि अगर 26 वर्ष के तेजस्वी को लालू अपने करीबी प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी का साझेदार नहीं बनाया होता, आरजेडी विधायक अबू दुजाना से सांठगांठ कर अगर तेजस्वी की जमीन पर नियम-कानून की धज्जियां उड़ाकर 750 सौ करोड़ के मॉल का निर्माण का कार्य शुरू नहीं कराया होता, मॉल की मिट्टी को पटना चिड़ियाघर में नहीं खपाया होता और तेजस्वी के नाम पर दिल्ली में पास न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में 115 करोड़ की संपत्ति नहीं बनाई होती तो तेजस्वी कभी नहीं फंसते.
मोदी ने कहा कि तेजस्वी को नीतीश कुमार द्वारा मांगा जा रहा इस्तीफे को प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाना चाहिए और जब तक वह आरोपमुक्त नहीं हो जाते हैं तब तक उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.