बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि जब तक केंद्र में नरेंद्र मोदी की और बिहार में नीतीश कुमार व बीजेपी की सरकार है, एससी-एसटी के साथ कभी अन्याय नहीं होगा. संविधान प्रदत्त आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट पूरी मजबूती के साथ लागू रहेगा. वो भीमराव अंबेडकर की जयंती पर पटना में बोल रहे थे.
मोदी ने 15 वर्षों तक बिहार में राज करने वाले आरजेडी पर दलितों के मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहाने का आरोप लगाते हुए कई सवाल किए. उन्होंने पूछा कि किनके राज में लाइन में खड़ा कर दलितों की हत्या कर दी जाती थी? लक्ष्मणपुर बाथे में 58, पटना के हैबसपुर में 10, शंकर बीघा में 23, नारायणपुर में 11 और मियांपुर में 35 दलितों का नरसंहार किसके राज में हुआ? जब से नीतीश कुमार व बीजेपी की सरकार आई, क्या एक भी दलित मारा गया?
जब बिहार में हम लोगों को काम करने का मौका मिला तो पंचायत चुनाव में जो आरक्षण खत्म कर दिया गया था उसे लागू किया, रविदास समाज की हजारों महिलाओं को ममता दीदी के तौर पर बहाल किया, अनुसूचित जाति के लोगों को टोला सेवक नियुक्त किया, प्रोमोशन और बिहार की न्यायिक सेवा में आरक्षण लागू किया.
उन्होंने कहा कि आरक्षण अंबेडकर और गांधी की देन है. इसे कोई ताकत खत्म नहीं कर सकती है. अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण कानून 1989 में उस वीपी सिंह की सरकार ने बनाई, जिसमें बीजेपी भी शामिल थी. इस कानून को 2015 ने नरेंद्र मोदी की सरकार ने और मजबूत बनाया. आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट दो ऐसे हथियार हैं, जिससे दलितों को ताकत मिलता है, इसे कोई खत्म नहीं कर सकता है.