बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बेटे उत्कर्ष तथागत की शादी धूमधाम से 3 दिसंबर को पटना के वेटरनरी कॉलेज मैदान में संपन्न हुई. इस विवाह में कई राज्यों के राज्यपाल समेत कई केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए. हालांकि सबसे खास मौजूदगी रही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की, जिन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद दिया.
लालू के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को भी सुशील कुमार मोदी ने इस विवाह में आमंत्रित किया था, लेकिन वह इस विवाह में शामिल नहीं हुए. हालांकि, मीडिया के माध्यम से तेज प्रताप ने नए जोड़े को शुभकामनाएं दी.
दिलचस्प बात यह है कि मीडिया से बात करते हुए तेज प्रताप से जब यह सवाल पूछा गया कि उनकी शादी कब होगी तो इसके जवाब में तेज प्रताप ने कहा कि अब वह अपने लिए दुल्हन ढूंढ़ने की जिम्मेदारी सुशील मोदी को सौंपते हैं. तेजप्रताप ने कहा कि बच्चों के लिए दुल्हन ढूंढ़ने की जिम्मेदारी घर के बड़े और बुजुर्गों की होती है और ऐसे में वह यह जिम्मेदारी सुशील मोदी को सौंप रहे हैं.
तेज प्रताप ने अपने लिए दुल्हन ढूंढ़ने की जिम्मेदारी सुशील मोदी को क्या सौंपी, सुशील मोदी ने बिना देर किए तेज प्रताप के लिए दुल्हन ढूंढ़ने की जिम्मेदारी स्वीकार कर ली. हां, मगर तेज प्रताप के लिए दुल्हन ढूंढ़ने के लिए मोदी ने तीन शर्तें रखी.
सुशील मोदी ने ट्वीट करके लिखा कि वह तेज प्रताप यादव के लिए दुल्हनिया ढूंढ़ देंगे, लेकिन तेज प्रताप को ये तीन शर्तें माननी होंगी. पहली शर्त यह कि वह अपनी शादी में दहेज नहीं लेंगे, दूसरी शर्त यह कि वह अंगदान करने का संकल्प लें और तीसरी शर्त यह कि वह भविष्य में किसी के भी विवाह में तोड़फोड़ करने की धमकी नहीं देंगे.
गौरतलब है कि सुशील मोदी ने तेज प्रताप को अपने बेटे के विवाह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था, मगर तेज प्रताप इस आमंत्रण से ऐसे नाराज हुए कि उन्होंने सुशील मोदी के घर में घुसकर उन्हें मारने की और उनके बेटे की शादी में घुसकर तोड़फोड़ करने की धमकी दी थी.