बिहार की राजधानी पटना में 22 अगस्त को शिक्षक अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज से नीतीश-तेजस्वी की गठबंधन सरकार की जमकर किरकिरी हुई. जिसके बाद सरकार ने मामले में रिपोर्ट तलब की थी. इस लाठीचार्ज में जिस युवक का वीडियो सबसे ज्यादा वायरल हुआ था, उसका नाम अनीसुर रहमान है. आपने भी उस वीडियो को जरूर देखा होगा, जिसमें ADM (एडिशनल डिप्टी मजिस्ट्रेट) के. के. सिंह तिरंगा लिए प्रदर्शन कर रहे एक युवक पर जमकर लाठी बरसा रहे हैं. ये वही अनीसुर है, जो एडीएम की बर्बरता से गंभीर रूप से घायल हुआ है. इस बीच उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह नौकरी को लेकर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव को सुझाव दे रहे हैं. बिहार बीजेपी ने भी इस वीडियो को ट्वीट किया है.
बता दें कि दरभंगा के बहेड़ा जिले के तौहीद नगर के रहने वाले मोहम्मद अनिसुर रहमान पांच भाई बहन हैं, जिनमें वह दूसरे नंबर के हैं. अनिसुर रहमान का परिवार बेहद गरीब है और उनके पिता मजदूरी करते थे. उनकी मां गांव में दूसरे के घरों में झाड़ू-पोछे का काम करती हैं. रहमान का बड़ा भाई भी मजदूरी करता है. जिससे घर का और उनकी पढ़ाई का खर्च चलता है. अनिसुर हमेशा से ही पढ़ाई में होशियार रहे हैं. उन्होंने तीन बार CTET परीक्षा पास की है. लेकिन इसके बाद भी वह सरकारी नौकरी का इंतजार कर रहे हैं. जिसके चलते वह शिक्षक अभ्यर्थियों के सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे.
वीडियो में क्या बोले अनिसुर
बिहार बीजेपी ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है,"लगता है तेजस्वी बाबू का कलमे हेरा गया है क्या, सुनिए रोजगार मांगने पर लाठी खाने वाले युवा की जुबानी." इस वीडियो में अनिसुर तेजस्वी यादव को सुझाव देते हुए कहते हैं, "पहली कलम से, पहला हस्ताक्षर हमारे रोजगारों का था. शिक्षकों के लिए था लेकिन हमको लगता है कि तेजस्वी बाबू का कलमे हेरा (पेन खो गया) गया है क्या. अरे बगल में अपने पीए से ले लीजिए और सिग्नेचर कर दीजिए."
7वें चरण की भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थी
बिहार में साल 2006 से शिक्षक भर्ती जारी हैं जिन्हें पहले, दूसरे, तीसरे... चरण की शिक्षक भर्ती कहा गया. आखिरी भर्ती 2019 में 6ठें चरण में हुई थी जिसमें 94 हजार भर्तियां निकाली गई थीं. इसमें से 42 हजार पदों पर ही नियुक्ति हो पाई और 50 हजार से ज्यादा पद खाली रह गए. इसके बाद 3 साल से अगली भर्ती का नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी खाली बची सीटों को जल्द से जल्द भरने की मांग करते हुए नई भर्ती, यानी 7वें चरण की भर्ती लाने की मांग कर रहे हैं.