बिहार के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव के बीच राजनीतिक जंग काफी दिनों से चल रही है, अब कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) के मौके पर इसका एक और उदाहरण दिखाई दिया है.
जन्माष्टमी के अवसर पर पटना की सड़कों पर पोस्टर लगे हैं, जिनमें तेजप्रताप यादव हैं, लालू-राबड़ी भी हैं लेकिन तेजस्वी यादव नहीं हैं. खास बात ये है कि तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) हमेशा खुद को कृष्ण और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को अपना अर्जुन बताते आए हैं.
पटना में ये पोस्टर तेजप्रताप के समर्थकों द्वारा लगाए गए हैं. रविवार के ये पोस्टर लगे, लेकिन तेजप्रताप यादव द्वारा जब इनकी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा किया गया. तब उनमें तेजस्वी यादव का चेहरा जरूर दिखाई दिया.
मेरे ईष्ट मेरे आराध्य,देवकीनंदन, महाराजाधिराज द्वारिकानाथ ,बालयोगी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर आप सभी को बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं ! भगवान मुरलीमनोहर की सदैव कृपा आप पे बनी रहे 💐 pic.twitter.com/95zwymIpJS
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) August 29, 2021
गौरतलब है कि दोनों भाइयों के बीच इस तरह की पोस्टर वॉर काफी दिनों से देखी जा रही है. हाल ही में जब पार्टी दफ्तर पर छात्र राजद द्वारा तेजप्रताप यादव का पोस्टर लगाया गया था, तब उसमें से तेजस्वी यादव की तस्वीर गायब थी. 24 घंटे में इसे बदल दिया गया, लेकिन फिर नए पोस्टर से तेजप्रताप यादव की फोटो गायब थी.
दोनों भाइयों के बीच लंबे वक्त से दंगल जारी?
पोस्टर वॉर के अलावा भी हाल ही के दिनों में ऐसा काफी कुछ घटा है, जो दोनों भाइयों के बीच दूरियों के संकेत देता है. कुछ दिन पहले तेजप्रताप यादव ने आरोप लगाया था कि उनके भाई से कोई बात नहीं करने दे रहा है, वहीं जब तेजस्वी यादव से तेजप्रताप यादव की नाराज़गी को लेकर सवाल हुआ तब उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. साथ ही प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर भी दोनों भाई आमने-सामने आते रहे हैं.