RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने ट्वीट से बिहार का सियासी पारा बढ़ा दिया है. उन्होंने इस्तीफे की बात कही है. हालांकि, ये बात साफ नहीं हो सकी है कि तेज प्रताप विधानसभा से इस्तीफा देंगे या पार्टी की सदस्यता से. सोमवार देर शाम तेज प्रताप ने ट्वीट करके कहा कि मैंने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने का काम किया. सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया. जल्द अपने पिता से मिलकर अपना इस्तीफा दूंगा.
तेज प्रताप अभी हसनपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. पिछले चुनाव में वे महुआ से चुनाव लड़े थे और जीते थे. महागठबंधन सरकार में तेजप्रताप स्वास्थ्य मंत्री थे.
तीन दिन पहले ही तेज प्रताप यादव को पूर्व सीएम और उनकी मां राबड़ी देवी के आवास पर देखा गया था. वे यहां इफ्तार पार्टी में शामिल होने पहुंचे थे. तेज प्रताप को छोटे भाई तेजस्वी यादव, मां राबड़ी देवी और सीएम नीतीश कुमार के साथ बैठे देखा गया था. तेज प्रताप ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि चाचा नीतीश और हमारे बीच जो बातचीत हुई, वो समय पर बताएंगे. लेकिन, सरकार हमारी बनेगी.
वहीं, पिता लालू यादव को जमानत पर तेज प्रताप ने एक ट्वीट किया था और कहा था कि पिछड़ों को अधिकार दिलाकर सामाजिक न्याय की अवधारणा को मजबूत करने वाले मसीहा को आज हाईकोर्ट ने बेल दिया. एक बार फिर से स्वागत है बड़े साहब.
तेज प्रताप पिछले कुछ दिनों से पार्टी के अंदर असहज महसूस करते देखे जा रहे हैं. उनका राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद से तनाव किसी से छिपा नहीं है. पहले छात्र इकाई को लेकर तेज प्रताप ने खुला विरोध किया था. फिर राजद के कार्यालय सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिंह को उनके पद से हटाने का विरोध किया था. तेज प्रताप ने 26 मार्च को एक ट्वीट के जरिए बड़ा संदेश दिया था. उन्होंने कहा था- वक़्त आ चुका है...एक बड़े खुलासे का, जल्द उन सभी चेहरों से नकाब उतारूंगा... जिन्होंने मुझे नासमझ समझने की भूल की.