दिल्ली विधानसभा चुनाव के खत्म होते ही अब बिहार के चुनाव के लिए बिसात बिछने लगी है. राजनीतिक दल लगातार एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को एक ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में नीतीश कुमार के पंद्रह साल के शासन में 55 बड़े घोटाले होने का आरोप लगाया है.
तेजस्वी यादव ने लिखा, ‘नीतीश जी के 15 साल के कार्यकाल में बिहार में लाखों करोड़ के 55 बड़े स्थापित घोटाले हुए हैं. लेकिन PR समर्थित ईमानदारी का चोला ही इतना मोटा ओढ़े हुए है कि कोई जांच और परिणाम को फॉलो नहीं करता? नीतीश जी में हिम्मत है तो कहें कि लाखों करोड़ के यह 55 घोटाले उनके संरक्षण में नहीं हुए?’ इस तस्वीर में नीतीश कुमार और सुशील मोदी की तस्वीर चस्पा की गई है, जो नोटों में घिरे हुए हैं.
नीतीश जी के 15 साल के कार्यकाल में बिहार में लाखों करोड़ के 55 बड़े स्थापित घोटाले हुए है। लेकिन PR समर्थित ईमानदारी का चोला ही इतना मोटा ओढ़े हुए है कि कोई जाँच और परिणाम को फ़ॉलो नहीं करता?
नीतीश जी में हिम्मत है तो कहे कि लाखों करोड़ के यह 55 घोटाले उनके संरक्षण में नहीं हुए? pic.twitter.com/2qBCHhvKj5
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 18, 2020
तेजस्वी यादव ने अपने एक ट्वीट में एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें उनके द्वारा 55 घोटालों की लिस्ट जारी की गई है. इस लिस्ट में सृजन घोटाला, छात्रवृत्ति घोटाला, धान घोटाला, दवा घोटाला समेत कुल 55 घोटालों की लिस्ट तेजस्वी यादव ने जारी की है.
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गौरतलब है कि राजद की ओर से लगातार पोस्टर और बैनर जारी कर जेडीयू-भाजपा सरकार को घेरा जा रहा है. इससे पहले हाल ही में तेज प्रताप यादव ने एक पोस्टर जारी किया था, जिसमें ‘तेज रफ्तार, तेजस्वी सरकार’ का नारा साझा किया गया था. राजद की ओर से ऐलान कर दिया गया है कि इस बार तेजस्वी यादव ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे होंगे. हालांकि, इस ऐलान पर महागठबंधन में खटपट नज़र आ रही है.
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बीते दिनों शरद यादव की अगुवाई में महागठबंधन के अन्य सदस्य पटना में मिले थे, जिसमें तेजस्वी यादव के नेतृत्व को नकारा गया था. उपेंद्र कुशवाहा, जीतन राम मांझी की ओर से अपील की गई थी कि शरद यादव को महागठबंधन में सीएम पद का चेहरा बनाया जाए.