बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) दिल्ली में क्रिसमस मनाने के बाद पत्नी राजश्री यादव (रेचल) के साथ गुरुवार को पटना लौटे हैं. राजधानी लौटते ही आरजेडी नेता ने सियासी बल्लेबाजी शुरू कर दी है. तेजस्वी ने मुख्यमंत्री की समाज सुधार यात्रा पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार को पहले खुद में सुधार करना चाहिए, उसके बाद उन्हें समाज की बात करनी चाहिए. बिहार का समाज पहले से सुधरा है. उन्हें पहले खुद और सरकार को सुधारने की बात करनी चाहिए.
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के शराबबंदी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि सीएम अपनी जनसभा में शराब पीने से गंभीर बीमारी होने की बात करते हैं. तेजस्वी ने कहा कि उनके ज्ञान पर लोगों को हंसी आ रही है. इसलिए उनके ज्ञान पर हम ज्यादा नहीं बोलेंगे. लोगों को पता है कि बिहार में मुख्यमंत्री की सभी योजनाएं फेल हैं. उसी तरह शराबबंदी भी फेल है. पूरा समाज जानता है कि शराबखोरी बुरी चीज है. दहेज मुक्ति सबको चाहिए, लेकिन पहले से जानी हुई बात को सियासी चश्मे से मुख्यमंत्री देखते हैं.
नीतीश पहले व्यक्ति नहीं
तेजस्वी यादव ने कहा कि समाज में सुधार लाने के लिए इससे पहले भी लोगों ने कोशिश की. लेकिन उनकी कोशिश कारगर रही. नीतीश की कोशिश प्रैक्टिकल नहीं है. सीएम दूसरे के बारे में भाषण देते हैं और खुद अपनी बात पर अमल नहीं करते. ये कोई पहले व्यक्ति नहीं हैं जो समाज सुधारने चले हैं. पहले भी लोग समाज सुधारने के लिए समाज के सामने आ चुके हैं. पूरे बिहार में शराबबंदी फेल है. इन्हें अपने फैसले पर विचार करना चाहिए.