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'...तो BJP देश में जातीय गणना क्यों नहीं कराती', तेजस्वी यादव का अमित शाह पर पलटवार, ओबीसी, SC-ST को लेकर पूछे ये 5 सवाल

अमित शाह ने मुजफ्फरपुर के पताही की जनसभा में कहा- बिहार के पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज के लोगों से कहने आया हूं कि जातीय सर्वे केवल छलावा है. बीजेपी ने जातीय सर्वेक्षण का समर्थन किया था, लेकिन हमें नहीं मालूम था कि लालू प्रसाद के दबाव में सर्वेक्षण में मुसलमान और यादवों की आबादी बढ़ा दी जाएगी और पिछड़ों के साथ अन्याय होगा.

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तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर बिहार सरकार के जाति सर्वे के आंकड़े गलत हैं तो केंद्र सरकार पूरे देश में जाति सर्वे क्यों नहीं कराती.
तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर बिहार सरकार के जाति सर्वे के आंकड़े गलत हैं तो केंद्र सरकार पूरे देश में जाति सर्वे क्यों नहीं कराती.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को मुजफ्फरपुर में एक जनसभा के दौरान बिहार की महागठबंधन सरकार पर जाति सर्वेक्षण में मुस्लिमों और यादवों की संख्या को बढ़ाकर पेश करने का आरोप लगाया. उनके इस आरोप पर अब बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह झूठ व भ्रम फैलाने की बजाय बताएं, अगर बिहार के जातीय सर्वे के आंकड़े गलत हैं, तो केंद्र सरकार पूरे देश और सभी राज्यों में जातीय गणना कराकर अपने आंकड़े जारी क्यों नहीं करती?

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तेजस्वी यादव ने पूछा कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं, वहां जातिगत गणना क्यों नहीं कराई जाती? उन्होंने पूछा, 'केंद्र सरकार में कितने ओबीसी/एससी/एसटी कैबिनेट मंत्री हैं और कितने गैर 𝐎𝐁𝐂/𝐒𝐂/𝐒𝐓? गृह मंत्री अमित शाह सूची जारी करें. खानापूर्ति के लिए इक्का-दुक्का मंत्री हैं भी, तो उन्हें गैर-महत्वपूर्ण विभाग क्यों दिया हुआ है?

BJP के कितने मुख्यमंत्री ओबीसी/एससी/एसटी हैं? पिछड़ा और गैर-पिछड़ा मुख्यमंत्री का तुलनात्मक प्रतिशत बताएं? बिहार से केंद्र सरकार में कितने पिछड़ा और अति पिछड़ा कैबिनेट मंत्री हैं? जीरो हैं...जीरो. जवाब देंगे, तो आपके साथ-साथ हिंदुओं की 𝟖𝟓% पिछड़ा और दलित आबादी की भी आंखें खुल जाएंगी.'

'BJP ने देश में जातीय जनगणना कराने के प्रस्ताव को नहीं माना'

जेडीयू ने भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर पलटवार कया. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, 'मुजफ्फरपुर के पताही की जनसभा में अमित शाह में केवल गलतबयानी की. मंच से गलत बात बोल रहे थे और लोगों से समर्थन की अपील कर रहे थे. जनसभा में मौजूद लोग भी उनका साथ नहीं दे रहे थे.'

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ललन सिंह ने कहा कि अमित शाह ने बिहार की जाति आधारित गणना पर सवाल खड़े किए हैं. अगर बिहार की जाति आधारित गणना सही नहीं है, तो अमित शाह ऐलान करें कि 6 महीने में देश में जातीय जनगणना कराएंगे. भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जातीय जनगणना कराकर बिहार के जाति सर्वेक्षण के आंकड़े को गलत साबित कर दें.

उन्होंने बीजेपी पर बिहार की जाति आधारित गणना रोकने के लिए हमेशा षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'भाजपा वाले मामला हाई कोर्ट में भी ले गए. जब नीतीश कुमार के साथ भाजपा सरकार में थी, तो उन्होंने इसका समर्थन किया था. मगर, देश में जातीय जनगणना के प्रस्ताव को नहीं माना.'

'महिला सशक्तिकरण के लिए नीतीश कुमार ने बेहतरीन काम किया'

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, 'अमित शाह कह रहे हैं कि बिहार में अति पिछड़ा की आबादी कम दिखाई गई है. उन्हें कोई जानकारी नहीं है, अति पिछड़ा की आबादी 37 फीसदी है. महिला सशक्तिकरण पर नीतीश कुमार ने जो काम किया वह कोई नहीं कर सकता.' 

उन्होंने आगे कहा, 'नीतीश कुमार ने महिलाओं को पंचायती राज व्यवस्था में 50 फीसदी आरक्षण दिया. महिला बिल बीजेपी की सरकार लेकर आई. मगर, वह 2029 में लागू होगा या 2035 में यह कोई नहीं बता सकता. महिला बिल का हाल खोदा पहाड़ निकली चुहिया जैसा है. नीतीश कुमार ने 20 लाख रोजगार का जो वादा किया था उस पर लगातार काम हो रहा है.' 

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जाति सर्वे में मुस्लिमों-यादवों की आबादी बढ़ाई गई- शाह

बताते चलें कि गृह मंत्री अमित शाह ने मुजफ्फरपुर के पताही की जनसभा में कहा, 'बिहार के पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज के लोगों से कहने आया हूं कि जातीय सर्वे केवल छलावा है. बीजेपी ने जातीय सर्वेक्षण का समर्थन किया था, लेकिन हमें नहीं मालूम था कि लालू प्रसाद के दबाव में सर्वेक्षण में मुसलमान और यादवों की आबादी बढ़ा दी जाएगी और पिछड़ों के साथ अन्याय होगा.'

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