मासूम बच्चों को अपनी गाड़ी से रौंदने वाला बीजेपी का दलित प्रकोष्ठ का प्रदेश मंत्री मनोज बैठा अभी भी फरार है. हालांकि, मनोज बैठा पर कोई कार्रवाई नहीं होता देख विपक्ष सड़क पर आ गया है.
प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने विधानसभा से राजभवन तक पैदल मार्च किया और राज्यपाल सत्यपाल मलिक को ज्ञापन सौंपा. तेजस्वी यादव ने कहा कि आजतक चैनल को मैं धन्यवाद देता हूं जिसने सीसीटीवी फुटेज दिखाया, जिसमें सफेद कुर्ता-पैजामा में बीजेपी नेता मनोज बैठा गाड़ी चला रहा था.
तेजस्वी ने कहा कि पुलिस ने अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया है. जब तक गिरफ्तारी नहीं होती तब तक आंदोलन चलता रहेगा. तेजस्वी का आरोप है कि मनोज बैठा शराब पिए हुए था. इसलिए उसे घटनास्थल से भगा दिया गया. इसकी जांच होनी चाहिए.
तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी नेता की गाड़ी ने 32 लोगों को कुचला जिसमे 12 बच्चों की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक प्राइवेट स्कूल में हत्या होती है तो सीबीआई जांच होती है. बिहार के सरकारी स्कूल के इतने बच्चों की हत्या हो गई कोई जांच नहीं.
शनिवार को सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर के एनएच 77 पर भीषण सड़क दुर्घटना हुई. इसमें 9 बच्चों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. बीजेपी नेता मनोज बैठा अपनी बेलेरो गाड़ी से सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर आ रहा था. इस दौरान मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना क्षेत्र के धरमपुर गांव में उसने पहले एक महिला और पुरूष को टक्कर मारी, फिर भागने के क्रम में सड़क किनारे खड़े बच्चों को कुचल दिया. ये बच्चे अपने स्कूल से घर लौट रहे थे.
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी में इतनी संवेदना नहीं है कि वो पीड़ित परिवार से मिलते. इतने बच्चों की मौत हो गई लेकिन कोई देखने तक नहीं गया. जबकि, पटना से मुजफ्फरपुर जाने में हेलीकैप्टर से महज 15 मिनट का समय लगता.
हांलाकि, घटना के तुरंत बाद सरकार की तरफ से सभी मृतक के परिवारों को चार-चार लाख का मुआवजा मिला और घायलों को सरकारी खर्च पर इलाज करने का आश्वासन भी दिया गया.