नित्यानंद राय के मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव शांत पड़ते नजर आ रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने किसी को धमकी नहीं दी है. दरअसल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा था कि किसी घोटाले के मामले के आरोपी का जमानत पर बाहर रहना ठीक नहीं है. वह पूरे केस को प्रभावित कर सकता है.
तेजस्वी ने जायसवाल के इस बयान का ही जवाब दिया है. दरअसल संजय जायसवाल ने कहा था कि सीबीआई ने तेजस्वी यादव को दी गई जमानत को रद्द करने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है. जांच एजेंसी की मांग सही है. क्योंकि तेजस्वी ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री को ठंडा करने की धमकी दे चुके हैं. संजय के इस आरोप के बाद तेजस्वी ने जवाब देते हुए कहा कि कभी किसी को धमकी नहीं दी गई.
रविवार को संजय जायसवाल ने कहा था कि बिहार में हर कोई जानता है कि स्थानीय बोली में ठंडा कर देंगे का क्या मतलब होता है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने ये भी कहा था कि तेजस्वी ने सीबीआई अधिकारियों को उनके परिवारों और सेवानिवृत्ति के बाद उनकी कमजोरियों की याद दिलाते हुए खुली धमकी भी जारी की थी.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल उठाया था कि जमानत पर रहते हुए तेजस्वी ऐसी बातें कहने का साहस कैसे कर सकते हैं? सीबीआई ने उनकी जमानत रद्द करने की उचित मांग की है.
संजय जायसवाल के आरोप पर पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि इन लोगों (बीजेपी) से लेना-देना नहीं है. इन लोगों का आपस में ही कॉम्पिटिशन है कि बीजेपी का चेहरा उभरकर कौन आएगा. ईडी, सीबीआई बार-बार छापे मारने के लिए आती है. मैं उनसे कहता हूं कि आइए मेरे घर में ही दफ्तर खोल लीजिए. तेजस्वी ने साफ किया है कि उन्होंने ऐसी कोई धमकी नहीं दी है और संजय जायसवाल अनर्गल बातें कर रहे हैं.