बिहार की दो सीटों पर विधानसभा का उपचुनाव होना है, लेकिन इस बीच मछली पकड़ने को लेकर राज्य के दो प्रमुख दल आरजेडी और जेडीयू आमने सामने हैं. दरअसल, तारापुर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करते हुए एक जगह पर आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजश्वी यादव मछली पकड़ते नजर आए. तेजस्वी ने दो छोटी मछलियां भी न सिर्फ पकड़ीं बल्कि इस दौरान की कुछ तस्वीरों को भी ट्वीट भी किया.
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए लिखा नीतीश जी भले ही आज मैंने छोटी मछलियां पकड़ी हैं, लेकिन जब सरकार में आऊंगा तो पर्दे के पीछे की बड़ी मछलियों को पकडूंगा. तेजस्वी का ये अंदाज जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को रास नहीं आया. उन्होंने भी ट्वीट कर तेजस्वी पर तीर चलाये और लिखा कि पढ़ाई में कक्षा छोड़कर 9वीं फेल रहे, वैसे ही जनता से मुंह चुराकर मछली पकड़ने का नाटक राजनीतिक अविश्वास सिद्ध होगा.
Be it politics or any walk of life, stable hands and mind with patience and perseverance always pays off! And unlike BJP or Nitish Kumar ji, I don't like “To fish in troubled waters”. 😉 pic.twitter.com/nO02sxbxwp
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 18, 2021
ललन सिंह ने ये भी कहा कि भला चुनाव के दौरान कोई मछली मारता है क्या? कॉन्फिडेंस लेवल जिसका हाई रहता है वो मछली मारता है? उन्होंने ये भी कहा कि अब जब मछली मार रहे हैं तो इसी से समझ लीजिए कि कितना कॉन्फिडेंस लेवल हाई है उनका.
इस पर तेजस्वी ने फिर पलटवार करते हुए इसे मत्स्यजीवियों का अपमान बताया और जेडीयू अध्यक्ष से माफ़ी मांगने की बात कही. उन्होंने कहा कि मत्स्यजीवी समाज को कम आत्मविश्वास वाला काम बताने वाले नीतीश जी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पूरे मल्लाह जाति से माफी मांगनी चाहिये.
मत्स्यजीवी समाज को कम आत्मविश्वास वाला और मछली पकड़ने को हेय काम बताने वाले नीतीश जी के 'राष्ट्रीय अध्यक्ष’ को पूरे मल्लाह समाज से माफी माँगनी चाहिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 20, 2021
ये JDU-BJP वाले अपनी सामंती सोच को बस किसी तरह दबा, छुपा कर बैठे है। रह-रहकर वंचितों के प्रति जहर इनके मुँह से निकलता ही रहता है।
ऐसे में तेजस्वी के इस ट्वीट से जेडीयू अध्यक्ष भड़क गए. उन्होंने कहा कि 2020 के चुनाव में मत्स्यजीवी समाज के नेता और वर्तमान कैबिनेट मंत्री मुकेश सहनी जी की बेइज्जती सबको याद है ढोंग मत करिए प्रवासी बाबू, लोग जागरूक हैं. अब चाहे सोशल मीडिया पर ही सही, लेकिन चुनाव के माहौल में मछली पकड़ने को लेकर बिहार की राजनीति लगातार गर्म होती नजर आ रही है.