बिहार सरकार में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपने बयानों से अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने अपनी पढ़ाई को लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि दो-दो सीएम (लालू यादव और राबड़ी देवी) का बेटा होने के बाद भी उन्होंने पढ़ाई नहीं की. अगर चाहते तो जाली (फर्जी) डिग्री ले लेते.
दरअसल, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक प्राइवेट स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे थे. यहां उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "हम दो-दो सीएम का बेटा होकर पढाई नहीं किए. चाहते तो जाली डिग्री ले लेते लेकिन नहीं ली". बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खेल के जरिए भी नौकरी ली जा सकती है. बिहार सरकार खिलाड़ियों को नौकरी देगी. मेडल लाओ और नौकरी पाओ.
तेजस्वी ने 9वीं कक्षा भी पास नहीं की है- प्रशांत किशोर
बताते चलें कि सियासी गलियारों में तेजस्वी की शिक्षा को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं. बीते महीने प्रशांत किशोर ने भी उन पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि जहां तक जनता जानती है कि तेजस्वी ने 9वीं कक्षा भी पास नहीं की है. तो वह किस स्कूल में गए.
'इससे तेजस्वी यादव के ज्ञान का भी प्रदर्शन हो रहा है'
दरअसल, प्रशांत किशोर ने बात तब कही थी जब CM नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया था. जिस पर तेजस्वी यादव ने उनका बचाव किया था. उन्होंने कहा था कि नीतीश सेक्स एजुकेशन की बात कर रहे थे, जिसकी पढ़ाई स्कूलों में भी होती है.
'जब आप खुद स्कूल नहीं गए तो आपको तो यही लगेगा'
इस पर प्रशांत किशोर ने कहा था कि इससे तेजस्वी यादव के ज्ञान का भी प्रदर्शन हो रहा है, जो बताता है कि जब आप खुद स्कूल नहीं गए तो आपको तो यही लगेगा. तंज करते हुए उन्होंने कहा कि तेजस्वी को कैसे मालूम होगा कि स्कूल में सेक्स एजुकेशन कैसे पढ़ाया जाता है.
पीके ने कहा कि स्कूलों में सेक्स एजुकेशन इस तरह से नहीं पढ़ाया जाता है, उस भाषा में और उस वल्गैरिटी के साथ तो कतई नहीं बताया जाता है, जिस तरीके से इस राज्य के मुखिया ने विधानसभा में खड़े होकर कहा.