बिहार में नीतीश कैबिनेट के विस्तार से पहले सियासी बयानों के तीर फिर शुरू हो गए हैं. नीतीश मंत्रिमंडल में 27 मंत्रियों को शामिल करने से ठीक पहले नीतीश के पूर्व सहयोगी और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने तंज कसा है. तेजस्वी ने कहा कि नीतीश ने करप्शन और साफ छवि का हवाला देकर आरजेडी से नाता तोड़ा था उम्मीद है आज के उनके मंत्रिमंडल विस्तार में एक भी दागी चेहरा शामिल नहीं होगा.
आशा करता हूँ तथाकथित स्वच्छ छवि के धनी नीतीश जी आज अपने मंत्रीमंडल में एक भी केस में नामित किसी भी व्यक्ति को मंत्री नहीं बनायेंगे। अन्यथा??
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 29, 2017
3 दिन से सियासी वाकयुद्ध जारी
गौरतलब है कि बुधवार को नीतीश कुमार ने आरजेडी से नाता तोड़ते हुए इस्तीफा दे दिया था और फिर कुछ घंटों में ही बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी. गुरुवार को नीतीश कुमार ने शपथ ली थी और सुशील मोदी को डिप्टी सीएम बनाया था. शुक्रवार को विश्वासमत हासिल करने के बाद अब नीतीश मंत्रिमंडल में 27 मंत्रियों को जगह मिल रही है. इसमें 13 मंत्री जेडीयू कोटे से 13 बीजेपी कोटे से और एक मंत्री का नाम एलजेपी कोटे से है. हाल में तेजस्वी यादव और लालू परिवार पर लगे आरोपों और सीबीआई और ईडी के छापों के बीच नीतीश ने आरजेडी से अलग होने का फैसला लिया.
करप्शन के मुद्दे पर छेड़ी लड़ाई
नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले तेजस्वी ने ट्वीट किया- आशा करता हूँ तथाकथित स्वच्छ छवि के धनी नीतीश जी अपने मंत्रिमंडल में एक भी केस में नामित किसी भी व्यक्ति को मंत्री नहीं बनायेंगे. अन्यथा?? तेजस्वी का ये ट्वीट पिछले तीन दिनों से जारी वाकयुद्ध के बीच आया है. महागठबंधन तोड़ने के नीतीश के फैसले को तेजस्वी-लालू और राबड़ी देवी ने विश्वासघात करार दिया तो राहुल गांधी ने भी इसे नीतीश का धोखा बताया. नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पलटवार किया और कहा कि उन्हें बिहार की जनता ने जनादेश एक परिवार के राजभोग के लिए नहीं दिया था बल्कि काम करने के लिए दिया था. नीतीश का कहना है कि करप्शन के मामले पर वे कोई समझौता नहीं करेंगे.
तेजप्रताप ने दी थी नागपंचमी की बधाई
इससे पहले, शुक्रवार को तेजस्वी के भाई तेजप्रताप यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए ट्विटर के जरिए नागपंचमी की बधाई दी. तेज प्रताप ने अपने ट्वीट में नाग की इमोजी का भी इस्तेमाल किया.
तेजस्वी ने सुशील मोदी के खिलाफ भी मोर्चा खोला
तेजस्वी यादव ने बीजेपी-जेडीयू सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा- नीतीश जी, अब BJP के घोषणा पत्र को लागू करेंगे या महागठबंधन के साझा कार्यक्रम को आगे बढ़ाते रहेंगे. जल्दी जवाब दिजीए 20 महीने बीत चूके हैं. सुशील मोदी बतायें, क्या वे भाजपा के घोषणा-पत्र में छात्रों को स्कूटी व लैपटॉप, दलितों को रंगीन टीवी देने के वादे को पूरा करेंगे? हाँ या ना..
शुक्रवार को विधानसभा में नीतीश पर प्रहार करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश जी सियासी फायदे के लिए हे राम से जयश्रीराम हो गए.