आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने सरकारी आवास 1 अणे मार्ग को जातीय पंचायत बना कर रख दिया है.
दरअसल नीतीश पर तेजस्वी के इस हमले की वजह यह है कि उन्होंने रविवार को अपने सरकारी आवास पर कुशवाहा समाज के कई नेताओं को बुलाकर एक महत्वपूर्ण बैठक की. जानकारी के मुताबिक आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कुशवाहा समाज के नेताओं के साथ मुख्यमंत्री ने राजनीति पर विचार विमर्श किया है.
इस बैठक में जिस सबसे महत्वपूर्ण बिंदु पर चर्चा हुई वह यह थी कि 2019 लोकसभा चुनाव में कुशवाहा समाज को किस तरीके से जेडीयू के पक्ष में किया जाए. मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में नीतीश कुमार को पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा का इस्तीफा लेना पड़ा. मंजू वर्मा कुशवाहा समाज से आती हैं.
मंजू वर्मा के इस्तीफे से माना जा रहा है कि कुशवाहा समाज नीतीश से काफी नाराज है. साथ ही पिछले कुछ वक्त से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी लोकसभा चुनाव को लेकर सक्रिय हो गए हैं और उनकी पार्टी यह दावा कर रही है कि पूरा कुशवाहा समाज इस वक्त उपेंद्र कुशवाहा के साथ है.
ऐसे में इन 2 वजहों को लेकर नीतीश के सरकारी आवास पर कुशवाहा समाज की बैठक हुई. तेजस्वी ने इस बैठक को लेकर ट्वीट किया और कहा कि यह बैठक मुख्यमंत्री के जातिवाद की पराकाष्ठा है. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि झूठ, पाखंड, प्रचार और फरेब का सहारा तथा लोगों को भ्रमित कर गवर्नेंस का ढिंढोरा पीटने वाले नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास को जातीय पंचायत का अड्डा बना दिया है.
नीतीश पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने कहा शायद यही वजह है कि उनके पास इस वक्त पटना और दिल्ली में कुल 3 सरकारी बंगले हैं.