कर्नाटक में बीजेपी की सरकार गिरने के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव आक्रामक मोड में आ गए हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा है कि जिस तरीके से कर्नाटक में बीजेपी ने बहुमत परीक्षण जीतने के लिए गुंडई, दबंगई, माफियागीरी और विधायकों की खरीद-फरोख्त करने की कोशिश की उस पर नीतीश चुप क्यों हैं?
आरजेडी नेता ने कहा, ''न्यू इंडिया में बीजेपी की तथाकथित लोकतांत्रिक गुंडई, दबंगई, छिनतई, माफियागीरी और विधायकों की खुली खरीद-फरोख्त पर स्वयं घोषित नैतिकता के धनी व अंतरात्मा पुरुष चुप है.''
न्यू इंडिया में भाजपा की तथाकथित लोकतांत्रिक गुंडई, दबंगई, छिनतई,माफ़ियागिरी और विधायकों की खुली खरीद-फरोख़्त पर स्वयं घोषित नैतिकता के धनी व अंतरात्मा पुरुष चुप है।
वो खिलाने के लिए तैयार है लेकिन कोई खाने के लिए नहीं है।
ऐसे नंगे भ्रष्टाचार को नीतीश जी का पूर्ण समर्थन है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 20, 2018
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार अपने आप को नैतिकता का धनी व्यक्ति बताते हैं, मगर कर्नाटक में बीजेपी के कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के विधायकों को खरीद फरोख्त करने की कोशिश को लेकर उनकी चुप्पी समझ से परे है.
तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर भी निशाना साधा और कहा कि कर्नाटक में पार्टी कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के विधायकों को पैसे खिलाने के लिए तैयार थी. मगर कोई भी विधायक बिकने को तैयार नहीं था. आरजेडी नेता ने कहा कि बीजेपी के ऐसे नंगे भ्रष्टाचार को नीतीश कुमार का मौन और पूर्ण समर्थन प्राप्त है.
नीतीश पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने सवाल पूछा कि बीजेपी ने कर्नाटक में विधायकों का मोल भाव लगाया और हालात यहां तक पहुंच गए कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का एक ऑडियो टेप भी सामने आया. जिसमें वह कांग्रेस के एक विधायक को बिकने के लिए पैसे देने की बात कर रहे थे. मगर इतना होने के बावजूद भी लोकतंत्र को बेचने वाले बीजेपी के भ्रष्टाचार पर नीतीश कुमार की अंतरात्मा उन्हें धिक्कार नहीं रही है.
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार को यह बताना चाहिए कि लोकतंत्र की माफिया गिरी में उनकी चुप्पी आखिर बीजेपी के पक्ष में थी या विपक्ष में? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार की जनता यह समझ गई है कि नीतीश कुमार की चुप्पी और पूर्ण समर्थन भाजपाई तानाशाही और लूटतंत्र के साथ था.