आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राफेल फाइटर विमान सौदे को लेकर सवाल पूछा है. तेजस्वी ने कहा है कि अगर नीतीश कुमार ईमानदार हैं और उन्हें लगता है कि उनकी राजनीति के प्रणेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राफेल विमान सौदे में इमानदारी बरती है तो क्या भारत सरकार को विमान की कीमत देश को नहीं बतानी चाहिए?
तेजस्वी ने कहा कि अगर भारत सरकार राफेल फाइटर विमान सौदे की जानकारी देश की जनता को नहीं देती है और यह नहीं बताती है कि एक विमान को कितने में खरीदा गया है तो लोगों को यह लगेगा कि इस पूरे सौदे में घोटाला हुआ है. तेजस्वी ने कहा कि ईमानदारी की प्रतिमूर्ति नीतीश कुमार इस सौदे पर चुप हैं और अगर वह अपनी चुप्पी नहीं तोड़ते हैं तो लोगों को इस सौदे में घोटाला नजर आएगा.
वहीं, दूसरी तरफ तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर भाजपा में हाल ही में शामिल हुए तृणमूल कांग्रेस नेता मुकुल रॉय और कांग्रेस नेता पंडित सुखराम शर्मा के पुत्र अनिल शर्मा को लेकर भी सवाल पूछे हैं. साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को लेकर भी नीतीश पर हमला बोला है.
तेजस्वी ने नीतीश से पूछा है कि उन्होंने अब तक अपने नए-नवेले आदर्श जय शाह, मुकुल रॉय, सुखराम शर्मा और बीएस येदियुरप्पा से क्या-क्या सीखा है? नीतीश पर तंज कसते हुए तेजस्वी ने कहा है कि क्या इन्हीं भाजपा के नेताओं से प्रेरणा लेकर उन्होंने बिहार में अगले महीने होने वाले उपचुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है?
उधर, सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए जब इस बात को कबूल किया कि जिस वक्त महागठबंधन की सरकार बनी थी उसी वक्त होने लग गया था कि यह सरकार एक या डेढ़ साल से ज्यादा नहीं चलेगी. इसको लेकर तेजस्वी ने कहा है कि वह जानते थे कि उनके पलटू चाचा के दिमाग में पहले से जहर था. तेजस्वी ने कहा कि वह जानते थे कि वह तो एक बहाना है और नीतीश को भाजपा के साथ जाना है.
आरजेडी नेता ने कहा कि नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए कि उन्होंने 28 साल के नौजवान को अपनी कुर्सी के कुकर्म छुपाने का बहाना बनाया.