राष्ट्रीय जनता दल के युवा नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को बिहार की सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार की सरकार में दंगाई खुलेआम हीरो बनकर घूम रहे हैं.
तेजस्वी ने हालिया सांप्रदायिक उपद्रवों को लेकर बिहार सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों से दंगाई खुलेआम घूम रहे हैं और इससे आम जनजीवन और शासन चरमरा गया है.
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि सरकार जीरो हो गई है और दंगाई हीरो बन गए हैं. उन्होंने बिहार सरकार के पिछले आठ महीनों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया.
इस रिपोर्ट कार्ड में तेजस्वी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा न मिलने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों जगहों पर एनडीए की सरकार है, इसके बावजूद राज्य को विशेष दर्जा नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार राज्य के विकास के बजाए, विनाश में लगी हुई है. उन्होंने राज्य में दलितों पर हो रहे अत्याचारों का मामला भी उठाया. तेजस्वी ने कहा कि शराबबंदी के कानून के नाम पर दलितों को जेल भेजे जाने के मामलों में भी तेजी देखी गई है.
राजद के युवा नेता ने कहा कि इस समय राज्य की जेलों में 1.30 लाख से ज्यादा लोग हैं और इनमें से ज्यादातर दलित हैं. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार आरएसएस के मुख्यालय नागपुर और दिल्ली से चल रही है, इसलिए राज्य में दलितों पर हिंसा के मामले बढ़ गए हैं.
तेजस्वी ने नीतीश कुमार के महागठबंधन में लौटने की संभावनाओं को खारिज किया. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि महागठबंधन में नीतीश कुमार के लिए दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि जिस दिन नीतीश ने बीजेपी के साथ जाने का फैसला किया, उसी दिन वह जनादेश खो चुके थे, अब जिस दिन नीतीश जनता के दरबार में जाएंगे, वह सरकार भी गंवा देंगे.
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कोई उद्योग नहीं लगा है, नीतीश सरकार के सात निश्चय कार्यक्रम आगे नहीं बढ़े, सृजन घोटाला और शौचालय घोटाला देखने को मिला. उन्होंने कहा कि आज बिहार में नकली दवाएं बिक रही हैं, शिक्षकों को वेतन नहीं मिल रहा है, हर जगह परीक्षा पत्र लीक हो रहे हैं. उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा कि उन्हें जापान यात्रा से क्या मिला और कहा कि बिहार में खेल के लिए कोई ढांचा तैयार नहीं है, पर्यटन की कोई योजना नहीं बनाई गई है.